पंजाब के प्राइमरी स्कूलों में अब फिनलैंड के शिक्षा मॉडल को लागू किया जाएगा। इसके तहत, पंजाब के शिक्षकों को फिनलैंड की तुर्कू यूनिवर्सिटी से प्रशिक्षण प्राप्त होगा। इस महत्वाकांक्षी पहल के लिए दिल्ली और पंजाब सरकार के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इस अवसर पर दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया और पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस उपस्थित रहे। बैंस ने इस एमओयू पर हस्ताक्षर करने की जानकारी अपने सोशल मीडिया पर साझा की।
AAP की ‘शिक्षा क्रांति’ पंजाब में भी ज़ारी है🙌
🔹@BhagwantMann सरकार ने शिक्षकों को ट्रेनिंग के लिए फ़िनलैंड भेजने का महत्वपूर्ण फ़ैसला लिया है 🇫🇮
🔹AAP सरकार इस MoU के तहत अपने शिक्षकों को 3-3 हफ़्ते की ट्रेनिंग के लिए फ़िनलैंड भेजेगी
🔹’शिक्षा क्रांति के जनक’ @msisodia जी… pic.twitter.com/kcq67FowE2
— AAP (@AamAadmiParty) September 27, 2024
प्रशिक्षण कार्यक्रम की अवधि
जानकारी के अनुसार, प्राइमरी स्कूल के 72 शिक्षकों को फिनलैंड भेजकर प्रशिक्षित किया जाएगा। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम तीन सप्ताह की अवधि का होगा। पंजाब सरकार ने मंगलवार को इस योजना की घोषणा की और इच्छुक शिक्षकों से ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किए हैं। शिक्षकों का चयन प्राप्त आवेदनों के आधार पर किया जाएगा।
पिछला प्रशिक्षण अनुभव
दिल्ली के शिक्षा मॉडल से प्रेरित होकर पंजाब में भी शिक्षा में क्रांति लाने का प्रयास किया जा रहा है। इससे पहले, 2023 में 36 प्रिंसिपल ट्रेनिंग के लिए सिंगापुर गए थे। इन प्राचार्यों ने सिंगापुर में प्राप्त प्रशिक्षण अनुभवों को दिल्ली के सर्वोदय बाल विद्यालय में साझा किया, जिससे अन्य शिक्षकों को भी लाभ होगा। इस प्रकार, पंजाब में फिनलैंड के शिक्षा प्रणाली के अनुसरण से बच्चों की शिक्षा में गुणवत्ता बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है।