Dissanayake Actions: कुर्सी संभालते ही एक्शन में आए दिसानायके, श्रीलंका के नए राष्ट्रपति ने भंग की संसद

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Dissanayake Actions: श्रीलंका के नए राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके ने देश की संसद को भंग करने का आदेश दिया है, जो आधी रात से प्रभावी होगा। उन्होंने 14 नवंबर को नए चुनाव कराने की घोषणा की है। यह निर्णय संसद के कार्यकाल को अगस्त 2025 से 11 महीने पहले समाप्त करने का है, और यह उनके चुनाव प्रचार का एक महत्वपूर्ण वादा था।

संसद भंग करने की आवश्यकता

श्रीलंका की संसद में कुल 225 सीटें हैं, लेकिन अनुरा कुमारा दिसानायके के नेतृत्व वाले नेशनल पीपुल्स पार्टी के पास सिर्फ तीन सांसद हैं। उन्हें अपनी नीतियों को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए संसद में बहुमत की आवश्यकता थी, इसी कारण से उन्होंने यह कदम उठाया।

अगली संसद का आयोजन

राष्ट्रपति दिसानायके ने यह भी बताया कि अगली संसद 21 नवंबर को बुलाई जाएगी। यह स्पष्ट है कि नए चुनाव के माध्यम से उन्हें अपने राजनीतिक लक्ष्यों को प्राप्त करने की कोशिश करनी है।

हरिनी अमरसूर्या: नई प्रधानमंत्री की नियुक्ति

नई प्रधानमंत्री की शपथ

अनुरा कुमारा दिसानायके ने हरिनी अमरसूर्या को देश की नई प्रधानमंत्री नियुक्त किया है। उन्होंने मंगलवार को पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। हरिनी अमरसूर्या श्रीलंका की तीसरी महिला प्रधानमंत्री हैं।

इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान

हरिनी की नियुक्ति श्रीलंका के राजनीतिक इतिहास में महत्वपूर्ण है, क्योंकि 1960 में सिरीमावो भंडारनायके ने विश्व की पहली महिला प्रधानमंत्री बनने का गौरव प्राप्त किया था। इसके बाद उनकी बेटी चंद्रिका भंडारनायके कुमारतुंगा ने भी प्रधानमंत्री का पद संभाला था।

शैक्षिक पृष्ठभूमि

हरिनी अमरसूर्या एक प्रोफेसर हैं और उन्होंने दिल्ली के प्रसिद्ध हिंदू कॉलेज से शिक्षा प्राप्त की है। उनका राजनीतिक अनुभव और शैक्षणिक पृष्ठभूमि उन्हें इस नई जिम्मेदारी के लिए सक्षम बनाती है।

श्रीलंका में हालिया राजनीतिक घटनाक्रम दर्शाते हैं कि देश एक महत्वपूर्ण मोड़ पर खड़ा है। नई संसद के चुनाव और हरिनी अमरसूर्या की प्रधानमंत्री के रूप में नियुक्ति, भविष्य में श्रीलंका की राजनीतिक दिशा को प्रभावित कर सकते हैं।