बिहार के नवादा जिले के कृष्णानगर गांव में कुछ दबंगों ने दलित बस्ती पर भयंकर हमला किया। इस घटना में 100 से अधिक लोग शामिल थे, जिन्होंने गांव में घुसकर 50 राउंड फायरिंग की और 80 घरों में आग लगा दी। यह हमले का कारण जमीन विवाद बताया गया है, जहां दोनों पक्ष उस जमीन को अपना बताकर दावा कर रहे हैं। हालाँकि, यह स्पष्ट हुआ है कि यह जमीन वास्तव में बिहार सरकार की है।
घटना का विवरण
गांव वालों के अनुसार, दबंग अचानक दलित बस्ती में प्रवेश कर गए और फायरिंग शुरू कर दी, जिससे वहां के लोग भयभीत हो गए। बचाव के लिए बस्ती के निवासियों ने सुरक्षित स्थानों की ओर भागना शुरू कर दिया। बदमाशों ने उन घरों में आग लगा दी, और जब घटना की जानकारी प्रशासन को मिली, तो अधिकारी मौके पर पहुंचे, जिसमें पुलिस अधीक्षक भी शामिल थे।
पुलिस ने इस गंभीर घटना की गंभीरता को समझते हुए तुरंत कार्रवाई की और 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। स्थानीय नागरिकों ने आरोपियों की पहचान में मदद की। नवादा के जिलाधिकारी, आशुतोष कुमार ने कहा कि यह गांव नदी के किनारे स्थित है और यहां 30 से 40 घरों को आग के हवाले कर दिया गया है। मामले की जांच अभी जारी है।
नवादा के पुलिस अधीक्षक, अभिनव धीमान, ने जानकारी दी कि यह घटना बुधवार शाम को हुई। उन्होंने बताया कि फायरिंग की गई लेकिन किसी को गंभीर चोट या हानि नहीं हुई। पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और अन्य आरोपियों की पहचान करने की प्रक्रिया जारी है। जमीन विवाद के कारण यह घटना हुई, जिसमें दोनों पक्षों का वर्षों से उस पर कब्जा करने का दावा है। अनुसूचित जाति एवं जनजाति विभाग के मंत्री, जनक राम, ने कहा है कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और पुलिस तब तक इलाके में रहेगी जब तक स्थिति शांत नहीं हो जाती।