UPI ट्रांजेक्शन को लेकर नया नियम, अब 500000 रुपये तक डिजिटल पेमेंट!

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देश में UPI (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) लेनदेन की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है। स्मार्टफोन के अधिक उपयोग के कारण UPI ट्रांजेक्शन की मात्रा भी बढ़ गई है। आजकल लोग छोटे-बड़े सभी वित्तीय लेनदेन और मनी ट्रांसफर के लिए UPI का उपयोग कर रहे हैं। बड़े स्टोर्स से लेकर सड़क किनारे छोटी दुकानों तक, हर जगह UPI के लिए QR कोड उपलब्ध हैं। लेकिन UPI लेनदेन की दैनिक सीमा कई लोगों के लिए एक समस्या बन चुकी थी। इस समस्या के समाधान के लिए नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है, जिसके तहत 16 सितंबर से UPI की दैनिक लेनदेन सीमा को बढ़ा दिया गया है।

RBI ने अगस्त में संकेत दिए

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अगस्त में UPI लेनदेन की सीमा बढ़ाने के संकेत दिए थे। RBI की मौद्रिक नीति समिति की बैठक 8 अगस्त को हुई थी, जिसमें UPI ट्रांजैक्शन लिमिट बढ़ाने की संभावनाओं पर चर्चा की गई थी। इसके बाद, NPCI ने 16 सितंबर से UPI लेनदेन की सीमा बढ़ाने का फैसला लिया और सभी UPI ऐप्स, पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर्स, और बैंकों को इस संबंध में सूचित किया है। NPCI ने यह भी सलाह दी है कि सभी को अपने सिस्टम को अपडेट करना चाहिए।

नई सीमा के अनुसार UPI लेनदेन

NPCI के नए नियमों के तहत, अब UPI के माध्यम से 5 लाख रुपये तक का लेनदेन संभव होगा। यह नई सीमा टैक्स पेमेंट्स, अस्पताल के बिल, शैक्षिक शुल्क, आईपीओ सब्सक्रिप्शन, और आरबीआई की रिटेल डायरेक्ट स्कीम जैसे बड़े लेनदेन के लिए लागू होगी।

पूर्व में सीमा में संशोधन

NPCI ने इससे पहले दिसंबर 2021 और दिसंबर 2023 में भी UPI लेनदेन की सीमा को संशोधित किया था। वर्तमान में, NPCI ने UPI सर्कल के माध्यम से एक ही खाते से कई लोगों के लेनदेन की सुविधा भी प्रदान की है।

बैंक द्वारा निर्धारित सीमा

सभी प्रकार के UPI लेनदेन पर दैनिक सीमा अब 1 लाख रुपये है, लेकिन प्रत्येक बैंक अपनी खुद की लेनदेन सीमा तय कर सकता है। उदाहरण के लिए, इलाहाबाद बैंक की UPI लेनदेन की सीमा 25,000 रुपये है, जबकि एचडीएफसी और आईसीआईसीआई बैंक की सीमा 1 लाख रुपये है। पूंजी बाजार, संग्रहण, बीमा, और विदेशी लेनदेन के लिए यह सीमा 2 लाख रुपये प्रतिदिन है।