कोलकाता के साल्ट लेक में स्वास्थ्य भवन के बाहर जूनियर डॉक्टरों पर हमला करने की साजिश रचने के आरोप में सीपीआई (एम) नेता कलातन दासगुप्ता सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था, जो आरजी कर में एक प्रशिक्षु डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। यह गिरफ्तारियां तृणमूल कांग्रेस नेता कुणाल घोष द्वारा एक फोन कॉल का ऑडियो क्लिप जारी करने के एक दिन बाद हुईं, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि राज्य में ममता बनर्जी सरकार को बदनाम करने के लिए प्रदर्शनकारी डॉक्टरों पर हमला करने की राजनीतिक साजिश रची जा रही है।
जानकारी के अनुसार दासगुप्ता को सेक्टर 5 में स्वास्थ्य भवन के बाहर विरोध स्थल से गिरफ्तार किया गया, जबकि दूसरे आरोपी की पहचान संजीव दास के रूप में की गई, जिसे शुक्रवार रात दक्षिण कोलकाता के हलतू से गिरफ्तार किया गया। कोलकाता पुलिस ने भी ऑडियो क्लिप के संबंध में स्वतरू संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया है।
ऑडियो क्लिप में क्या कहा गया?
एक प्रेस वार्ता में कुणाल घोष द्वारा साझा किए गए ऑडियो क्लिप में, दो व्यक्तियों को कथित तौर पर डॉक्टरों पर हमले की योजना बनाते हुए सुना जा सकता है, जबकि एक टीम गुरुवार शाम को ममता बनर्जी से मिलने के लिए नबन्ना (राज्य सचिवालय) गई थी। दोनों व्यक्तियों को सत्तारूढ़ टीएमसी पर हमले का आरोप लगाने की योजना बनाते हुए भी सुना जा सकता है। क्लिप में, एक व्यक्ति दूसरे को बताता है कि उसे विरोध स्थल पर हमला करने के लिए साहब से निर्देश मिले थे। इस पर दूसरा आदमी उससे ऐसा करने का आग्रह करता है।
हालाँकि, दूसरे आदमी को पहले आदमी को यह कहते हुए समझाने की कोशिश करते हुए सुना जा सकता है कि उसे उन्हें खत्म करने की ज़रूरत नहीं है, बल्कि केवल उन पर हमला करने की ज़रूरत है, बाद में, पहले व्यक्ति ने कहा कि बप्पादा नामक किसी व्यक्ति ने उससे हमला करने और इसका दोष टीएमसी पर मढ़ने के लिए कहा था।
ऑडियो क्लिप के बाद, कुणाल घोष ने दावा किया कि पार्टी के पास विश्वसनीय जानकारी है कि कुछ वामपंथी और अति-वामपंथी दल प्रदर्शनकारियों के बीच घुसपैठ करने और टीएमसी और ममता बनर्जी सरकार को बदनाम करने के लिए हमले को अंजाम देने की साजिश रच रहे थे। इस बीच, क्लिप जारी होने के बाद, विरोध स्थल पर 12 से अधिक स्थानों पर कई सीसीटीवी कैमरे लगाए गए और पुलिस कर्मियों की तैनाती 250 से बढ़ाकर लगभग 500 कर दी गई।
जूनियर डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन
सरकारी अस्पतालों में बेहतर सुरक्षा और बलात्कार और हत्या मामले में शीर्ष अधिकारियों को हटाने सहित कई मांगों को लेकर चिकित्सक मंगलवार से राज्य स्वास्थ्य विभाग के मुख्यालय स्वास्थ्य भवन के बाहर डेरा डाले हुए हैं शहर में लगातार हो रही बारिश के बावजूद जूनियर डॉक्टरों ने शनिवार को लगातार पांचवें दिन अपना धरना प्रदर्शन जारी रखा।