बीजेपी की विचारधारा पर जोर
हरजीत ग्रेवाल ने स्पष्ट किया कि वह पिछले 35 वर्षों से भाजपा के सदस्य हैं और उन्होंने पहले भी कंगना रनौत का विरोध किया है। ग्रेवाल ने कहा कि भाजपा किसी के व्यक्तिगत व्यवसाय या फिल्म के लिए अपनी पार्टी का बलिदान नहीं करेगी। फिल्म का पास होना या न होना सेंसर बोर्ड का काम है। अगर किसी ने खालसा या पंजाब के खिलाफ कुछ कहा, तो बीजेपी का हर कार्यकर्ता उनके खिलाफ खड़ा होगा, और कंगना रनौत का विरोध इसीलिए किया गया क्योंकि यह पार्टी की विचारधारा के खिलाफ था।
पार्टी से निष्कासन की बात
गरेवाल ने कहा कि अगर उन्होंने कुछ गलत कहा होता तो उन्हें पार्टी से निकाल दिया जाता। उन्होंने बताया कि पंजाब बीजेपी के किसी वरिष्ठ नेता ने कंगना के खिलाफ कार्रवाई के लिए पार्टी हाईकमान को पत्र नहीं लिखा, लेकिन उन्होंने खुद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को फोन किया, जिसके बाद कंगना को चेतावनी पत्र जारी किया गया।
किसान आंदोलन पर बयान
गरेवाल ने पंजाब सरकार के खिलाफ किसानों की हड़ताल का स्वागत किया और इसे किसानों का सकारात्मक कदम बताया। उन्होंने कहा कि जब पहला आंदोलन शुरू हुआ था, बीजेपी ने किसानों का समर्थन किया था और कृषि कानूनों को सही तरीके से समझाने की कोशिश की थी। उन्होंने माना कि तीनों कृषि कानूनों के फायदे किसानों को समझ में आएंगे, लेकिन तब तक विरोध जारी रहा।