9 अगस्त की सुबह कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक दुखद घटना घटी, जिसमें एक जूनियर डॉक्टर के साथ बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई। यह हृदयविदारक घटना तब सामने आई जब माता-पिता ने अपनी बेटी को ऐसी स्थिति में देखा कि उनके रूह भी कांप गई। देशभर में इस मामले के आरोपियों को सजा दिलाने के लिए व्यापक आंदोलन हो रहा है। इस घटना की गंभीरता को देखते हुए मामला अब केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के हाथ में है।
सीबीआई की जांच का आरंभ
पीड़िता के माता-पिता ने सीबीआई को सूचित किया कि उन्हें संदेह है कि इस अपराध में कॉलेज के कुछ इंटर्न और डॉक्टर शामिल हो सकते हैं। उन्होंने सीबीआई को उन लोगों के नाम भी दिए जिन पर उन्हें शक है। सीबीआई के अधिकारी ने पुष्टि की है कि वे कम से कम 30 लोगों की जांच कर रहे हैं और पूछताछ शुरू कर दी गई है।
प्रिंसिपल संदीप घोष की पूछताछ
सीबीआई ने अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से भी पूछताछ की है। सीबीआई सूत्रों के अनुसार, उनसे घटना के दिन की गतिविधियों और घटना के बाद के बयानों के बारे में सवाल किए गए हैं। प्रिंसिपल संदीप घोष से यह भी पूछा गया है कि पीड़ित परिवार ने सीबीआई को क्या बयान दिए हैं और उन्होंने घटना की जानकारी कब प्राप्त की थी।
आरोपी संजय रॉय की गतिविधियाँ
सीबीआई ने 9 अगस्त को गिरफ्तार किए गए आरोपी संजय रॉय की गतिविधियों की भी जांच की है। सीसीटीवी फुटेज में संजय रॉय को अस्पताल में रात 11 बजे के करीब दिखाया गया है। उन्होंने अस्पताल में करीब 30 मिनट बिताए और फिर रात 3:45 से 3:50 के बीच सेमिनार रूम में प्रवेश किया। सीबीआई ने संजय के द्वारा की गई गतिविधियों का पुनर्निर्माण किया है और उनके मोबाइल फोन की डिटेल्स की भी जांच की जा रही है।
सीबीआई की जांच में प्राप्त जानकारी
सीबीआई ने अब तक 10 से अधिक लोगों के बयान दर्ज किए हैं और कई सुराग मिले हैं। उन्होंने 30 से 35 लोगों की लिस्ट तैयार की है, जिसमें पीड़िता के दोस्त और अस्पताल के कुछ डॉक्टर शामिल हैं। सीबीआई अस्पताल के गार्ड और पुलिसकर्मियों से भी पूछताछ कर रही है। पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के बारे में मिली जानकारी की भी गहराई से जांच की जा रही है।
इस बीच, अमेरिका में खालिस्तान समर्थक सिख फॉर जस्टिस द्वारा विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई गई है, जिसमें 15 अगस्त को वाशिंगटन डीसी में भारतीय दूतावास का घेराव करने की अपील की गई है।