प्रदेश का पहला स्टार्टअप जिसका विस्तार जम्मू कश्मीर से लेकर अंदमान निकोबार तक है! इंदौर की प्रतिष्ठित सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट और सस्टेनेबिलिटी स्टार्टअप कंपनी स्वाहा ने पुनह इंदौर का नाम सुनहरे अक्षरों में लिखा है , अंदमान निकोबार द्वीप समूह के पोर्ट ब्लेयर में एक अत्याधुनिक मटेरियल रिकवरी फेसिलिटी (MRF) की स्थापना की है। स्वाहा का नाम प्रधानमत्री कार्यालय से लेकर माइक्रोसॉफ्ट तक छाया हुआ है |
यह परियोजना जर्मन अंतर्राष्ट्रीय सहयोग संस्था (GIZ) और पोर्ट ब्लेयर नगर निगम के सहयोग से समुद्री प्रदूषण को कम करने के उद्देश्य से की गई है। यह सुविधा शहर में प्लास्टिक कचरे के समुद्र में प्रवेश को रोकने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह अत्याधुनिक फेसिलिटी सेमी आटोमेटिक है और पूरे यूनियन टेरेटरी में एकमात्र है |
इस महत्वपूर्ण परियोजना का उद्घाटन अंडमान और निकोबार प्रशासन के मुख्य सचिव श्री केशव चंद्र, आईएएस द्वारा किया गया। इस अवसर पर जर्मन अंतर्राष्ट्रीय सहयोग संस्था (GIZ) के निदेशक श्री क्रिश्चियन काफेंस्टाइनर, पोर्ट ब्लेयर नगर निगम की अध्यक्ष श्रीमती सुदीप राय शर्मा और सचिव श्री अमित काले, आईएएस और स्वाहा के को-फाउंडर ज्वलंत शाह भी उपस्थित थे।
स्वाहा ने इस अवसर पर जीआईजेड इंडिया को धन्यवाद दिया और एमआरएफ के लिए तकनीकी और उपकरण साझेदार के रूप में इस महत्वपूर्ण कार्य में शामिल होने पर गर्व महसूस किया। स्वाहा का मानना है कि यह परियोजना अंडमान सागर, बंगाल की खाड़ी और हिंद महासागर में समुद्री कचरे को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
स्वाहा, स्वछ्तम शहर इंदौर से निकली एक सफल स्टार्टअप कंपनी है जो ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में नवीन समाधान प्रदान करती है। इस परियोजना के साथ, स्वाहा ने एक बार फिर देश के लिए एक मिसाल कायम की है। स्वाहा की मोबाइल प्रोसेसिंग प्लांट जिससे कि वेस्ट टू एनर्जी प्लांट्स को फीड मिलती है और डीसेंट्रलाइज्ड वेस्ट मैनेजमेंट पूरे देश में यूनिक है और उन्हें इस वर्ष का बेस्ट स्टार्ट अप पुरूस्कार CII द्वारा दिया गया है | स्वाहा जम्मू कश्मीर से लेकर अंदमान निकोबार तक कार्यरत है | ऐसी ही एक और फेसिलिटी कोच्ची में भी शुरू की गई |