इंदौर जिले में हाल ही में हुई घटना को देखते हुये जिला प्रशासन ने हॉस्टल, आश्रम, स्कूल आदि ऐसे स्थान जहां सामुदायिक किचन में एक साथ खाना बनता है, वहां भोजन एवं पानी की शुद्धता के लिए जाँच अभियान शुरू किया है। इसके लिए कलेक्टर आशीष सिंह ने फूड सेफ्टी, नगर निगम और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों के दल बनाये है। इन दलों का समन्वय संबंधित क्षेत्र के एसडीएम करेंगे। कलेक्टर आशीष सिंह ने निर्देश दिये है कि भोजन एवं पेयजल की शुद्धता के लिए सभी संभव प्रयास किये जाये।
इस संबंध में आज कलेक्टर आशीष सिंह ने कलेक्टर कार्यालय में गठित दलों के सदस्य और संबंधित विभागों के अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा, अपर कलेक्टर सपना लोवंशी, निशा डामोर तथा राजेन्द्र रघुवंशी सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे। बैठक में कलेक्टर आशीष सिंह ने निर्देश दिये कि निरीक्षण के दौरान पानी के स्त्रोत बोरिंग आदि की जाँच की जाये। भोजन की गुणवत्ता देंखे, भोजन बनाने के स्थान पर साफ-सफाई आदि व्यवस्थाएं भी देंखे।
पानी एवं भोजन की गुणवत्ता में कमी दिखाई देने तथा अन्य लापरवाही पाये जाने पर संबंधित संस्थान को नोटिस जारी कर सुधार के लिए मोहलत दी जाये। इसके बाद पुन: निरीक्षण करें। सुधार नहीं पाये जाने पर कार्यवाही करें। बैठक में कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि इस संबंध में एक जागरूकता अभियान भी चलाया जायेगा। इस अभियान के तहत संबंधित संस्थानों की कार्यशाला भी आयोजित की जायेगी।