इंदौर: शहर में कोरोना की इस नई लहर के आतंक से लोग अभी भी वाकिफ नहीं लग रहे है, लेकिन इस नए स्ट्रेन ने कई लोगों की जान ले ली है, और कइयों ने अपने परिवार वालो को खो दिया है, ऐसे में इस कोरोना का नए सतरीन कितना खतरनाक है इस बात एक अंदाजा आप इस उदाहरण से लगा सकते है, दरअसल यह उदाहरण पूर्व मंत्री के भतीजे, ख्यात फ़ुटबाल खिलाडी के पुत्र व एमजीएम, एमवाय अस्पताल के पूर्व प्रोफेसर, विशेष जुपिटर हॉस्पिटल में पेट रोग विशेषज्ञ डॉ अरुण विशनार के परिवार का है, इस परिवार के सभी लोगों को कोरोना ने अपनी चपेट में ले लिया है, इतना ही नहीं कोरोना वायरस से उनकी माँ का भी निधन हो गया।
बता दें कि डॉ विशनार की मातुश्री व शासकीय कन्या विद्यालय छावनी में 35 वर्ष तक सेवाएं दे चुकी है और सीतादेवी विशनार का कोविड की वजह से ८२ वर्ष की आयु में निधन हो गया
इतने काम समय में कोरोना ने पुरे परिवार को लिया जकड़-
दरअसल डॉक्टर की माँ वे पांच दिन पहले ही संक्रमित हुई थी, फिर उसके दूसरे ही दिन मप्र के पूर्व मंत्री स्वर्गीय सज्जनसिंह विशनार के छोटे भाई व वर्ष 1950 के दशक के मशहूर फुटबॉल खिलाड़ी और सेवानिवृत शिक्षक श्यामलाल विशनार ( बिंदु सर) संक्रमित हो गए। जो डॉ विशनार के पिता हैं, उसके बाद देखते ही देखते पूरा परिवार इस संक्रमण की चपेट में आ गया और बीते दिन शनिवार को डॉ विशनार की मां सीतादेवी की तबियत अचानक बिगड़ी और उनका निधन हो गया।