Bhopal : रायसेन में व्यक्ति को मारने वाले बाघ का किया रेस्क्यू, इन गांवों में था भय

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अधिकारियों के अनुसार, मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में एक व्यक्ति को मारने और उसके शव को आंशिक रूप से खाने के करीब एक महीने बाद अधिकारियों ने बाघ को पकड़ लिया है। वन विभाग की टीम ने 36 गांवों के लिए रेड अलर्ट जारी करने का निर्णय लिया था। क्योंकि इस जानवर ने इलाके में काफी अफरा तफरी मचा रखी थी। स्थानीय लोग काफी भयभीत थे। इस रेस्क्यू ऑपरेशन में कई अभ्यारण के अधिकारी व पन्ना टाइगर रिजर्व, कान्हा टाइगर रिजर्व और सतपुड़ा टाइगर रिजर्व की टीमें मौजूद थी।

रायसेन के संभागीय वन अधिकारी (डीएफओ) विजय कुमार ने गुरुवार को कहा की इस रेस्क्यू ऑपरेशन में वन विभाग के कर्मियों और गांव के अनेक लोग शामिल थे। अलग-अलग समूह को बनाकर इस जानवर को पकड़ा गया है। उन्होंने कहा, जानवर को बचा लिया गया है और बेहोश कर दिया गया। इसे सुरक्षित स्थान पर छोड़ा जायेगा। उन्होंने कहा इस भयानक टाइगर को पकड़ने के लिए हमने 5 हाथियों के साथ 150 जवान की टोली को लगा रखा था।

बताया कि भोपाल से 35 किलोमीटर दूर नीमखेड़ा गांव के एक युवक को मार डाला था। कई स्थानीय लोगो के मवेशियों को मार डाला था, और कई इलाको में घूमते हुए देखा गया था। बताया गया की जाटव का आधा खाया हुआ शव मिलने के दो दिन बाद 150 वर्ग किलोमीटर में फैले आस-पास के 36 गांवों में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया। लोगों से कहा गया कि जब तक जानवर को पकड़ नहीं लिया जाता, तब तक वे जंगल में न जाएं।

डीएफओ कुमार ने बताया कि जब किसी जंगली जानवर से मानव जीवन को खतरा होता है। तब रेड अलर्ट जारी किया जाता है। रायसेन जिले में रतापानी वन्यजीव अभयारण्य है। जिसमें 60 से अधिक बाघ रहते हैं। यह बाघ रायसेन के आसपास के कई गांवों के लिए खतरा बन गया था। इस टाइगर को अब किसी पहचान आईडी के साथ सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में छोड़ा जाएगा। नवीनतम आधिकारिक गणना के अनुसार मध्य प्रदेश में, देश के सबसे अधिक 785 बाघ हैं।