आय एम ए इंदौर द्वारा टोबेको कंट्रोल पर कार्यशाला

Deepak Meena
Published on:

“तंबाखू सेवन से होने वाली शारीरिक व्याधियां केवल व्यक्ति ही नही, समाज ही नही वरना पूरे देश को गहरी हानि पहुंचा रहा है। केवल कानून बनाने से कुछ नही होगा, व्यक्ति व्यक्ति ( फिल्म अभिनेताओं सहित) को अपनी जिम्मेदारी समझने की महती आवश्कता है।” उक्त उदगार अतिथियों ने आय एम ए इंदौर द्वारा आयोजित टोबेको कंट्रोल वर्कशॉप में व्यक्त किए।

26 मई रविवार होने वाले इस वर्कशॉप का शुभारंभ आय एमए के राष्ट्रीय महासचिव डा अनिल जे नायक ने किया। साथ में डा जगदीश कौर ( रीजनल एडवाइजर TFI WHO SEARO), डा राणा सिंह (डायरेक्टर टोबेको कंट्रोल, साउथ ईस्ट एशिया ), डा राकेश गुप्ता ( राजस्थान केंसर सोसाइटी), डा क्षितिज बाली( नेशनल फाइनेंस सेक्रेटरी आय एम ए थे।

नेशनल चेयरमैन आय एम ए केंसर एंड टोबेको कंट्रोल कमेटी व वर्कशॉप संयोजक डा दिलीप कुमार आचार्य ने वर्कशॉप का आरंभ करते हुए विषय प्रवर्तन किया। ऑनलाइन जुड़ी WHO की रीजनल एडवाइजर डा जगदीश कौर ने विभिन्न कानूनों को विस्तार से बताया।

डायरेक्टर टोबेको कंट्रोल साउथ ईस्ट एशिया डा राणा जे सिंह ने टोबेको कंट्रोल कब, क्यों, कैसे पर चर्चा की।केंसर फाउंडेशन राजस्थान के डा राकेश गुप्ता ने टोबेको कंट्रोल में डॉक्टर्स की भूमिका की बात की।टोबेको क्विज के साथ ही टोबेको संबंधित बीमारियो पर डा बी एम श्रीवास्तव, डा संदीप जुल्का, डा उल्हास महाजन, डा पंचोलिया, डा अरुण अग्रवाल, डा रवि डोसी , डा सुमित जैन के व्याख्यान हुए। 100 से अधिक डॉक्टर्स उपस्थित थे।

स्वागत भाषण अध्यक्ष डा नरेंद्र पाटीदार, आभार डा अक्षत पांडे ने माना। संचालन डा संजय लोंढे ने किया। डा एम ए गुजराल, डा शेखर राव, डा सुमित शुक्ला, डा एस नैय्यर विशेष रूप से उपस्थित थे।

स्लोगन प्रतियोगिता में इंग्लिश में डा सोनम वर्मा, डा सुनील नारंग, डा सतीश सरोशे, हिंदी में डा माधुरी रघुवंशी, डा विनोद राय, डा आशीष वर्मा विजेता रहे।