हिंदू धर्म में अक्षय तृतीया का त्योहार हर साल वैशाख माह की शुक्ल पक्ष तृतीया तिथि को बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन भगवान विष्णु, देवी लक्ष्मी और भगवान कुबेर की विशेष पूजा की जाती है। इसके अलावा, इन देवताओं को प्रसन्न करने के लिए विशेष व्यंजन तैयार किए जाते हैं और उन्हें चढ़ाए जाते हैं। पूजा के दौरान भगवान को खाद्य सामग्री अर्पित करना एक हिंदू परंपरा है। क्योंकि बिना चढ़ावे के की गई पूजा अधूरी मानी जाती है। अक्षय तृतीया सबसे शुभ दिनों में से एक माना जाता है। इस दिन क्या करना चाहिए और क्या न करें। जानें..
क्या करें?
- नकारात्मक परिणामों को रोकने के लिए अक्षय तृतीया पर व्रत रखा जाता है।
- अक्षय तृतीया के दिन सोना खरीदने से सौभाग्य प्राप्त होता है।
- सोना खरीदना एक पुरानी परंपरा है जिससे घर में समृद्धि आती है।
- अक्षय तृतीया पर विवाह और सगाई जैसे विशेष समारोह करना भी बहुत शुभ माना जाता है।
- इस शुभ दिन पर व्यवसाय शुरू करना बेहद शुभ माना जाता है।
- इस तिथि पर वाहन खरीदना या बच्चों के लिए बचत योजना शुरू करना जैसे स्मार्ट निवेश भविष्य में सकारात्मकता लाते हैं।
- यह तिथि निवेश के लिए भी बहुत शुभ मानी जाती है।
क्या नहीं करें ?
इस दिन प्याज, लहसुन, मछली और मांस जैसी तामसिक चीजें खाने से बचना चाहिए। इस दिन भूलकर भी किसी का अपमान नहीं करना चाहिए। अक्षय तृतीया की तिथि पर घर में लड़ाई-झगड़ा नहीं करना चाहिए। अक्षय तृतीया के दिन घर को साफ-सुथरा रखने की सलाह दी जाती है। इस दिन शराब पीना, नाखून काटना और सट्टेबाजी जैसी बुरी आदतों से बचना चाहिए। अक्षय तृतीया के दिन कर्ज लेने या उधार लेने से बचना चाहिए क्योंकि इसके नकारात्मक परिणाम होते हैं।