भोपाल : ‘दो गज की दूरी-मास्क है जरूरी’, साबुन से हाथ धोते रहें, साबुन नहीं तो सेनेटाइजर का उपयोग करते रहे। कोरोना से बचाव जरूरी है। लोग घर में रहें, सुरक्षित रहें। भीड़-भाड़ में नहीं जायें। भीड़ से बचें, बहुत इमरजेन्सी हो तभी मास्क लगाकर सुरक्षित घर से निकलें। यह जागरूकता का कार्य सांई कृपा स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा दीवार लेखन कर बखूबी समझाइश देकर लिखा जा रहा है।
मुरैना जिले के पहाड़गढ़ विकासखण्ड के सांई कृपा स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा कोरोना के प्रति जागरूक करने के लिये दीवार लेखन का कार्य बड़ी तीव्र गति से किया जा रहा है। दीवार लेखन कार्य में उनके द्वारा ‘दो गज की दूरी-मास्क है जरूरी’ संदेश लोगों तक पहुँच रहा है। लोग कोरोना से बचने के लिये जागरूक भी हो रहे है।
स्व-सहायता समूह पहाड़गढ़ की अध्यक्षा श्रीमती आराधना सिंह धाकड़ ने बताया कि मध्यप्रदेश डे राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के मार्गदर्शन में 2018 में समूह का गठन किया गया था। समूह में 10 महिलाएँ हैं। समूह की महिलाओं को मध्यप्रदेश आजीविका मिशन के मार्गदर्शन में वर्चुअल कॉन्फ्रेस के माध्यम से कोविड से बचने के लिये दीवार लेखन का कार्य, मास्क, सेनेटाइजर का कार्य सौंपा गया है, जिसे समूह की महिलाओं ने गंभीरता से लेते हुए पूरी ग्राम पंचायत में नारे लिखने का कार्य हाथ में लिया।
कोरोना के प्रति सजग रहने और जन-जाग्रति के लिये समूह की महिलाएँ घरों की दीवारों पर सावधानियाँ बरतने संबंधी स्लोगन लेखन कार्य कर रही हैं। साथ ही हर घर में मास्क लगाने और हाथ धोने के साथ ही अन्य लोंगो से दूरी बनाये रखने की सलाह भी दी जा रही है। ग्रामीणों को कोविड टीकाकरण के लिये प्रोत्साहित भी किया जा रहा है। इस कार्य में इस कार्य में समूह की सदस्य अनीता धाकड़, सुनीता धाकड़, रामस्वरूपी धाकड़, सुरक्षा धाकड़, नारायण सिंह धाकड़ द्वारा सक्रिय भागीदारी निभाई जा रही है। समूह के प्रयासों से ग्रामीण भी कोरोना के प्रति सावधानी बरत रहे हैं।
जागरूकता के साथ पीड़ितों की सेवा भी
मध्यप्रदेश जन-अभियान परिषद कैलारस के सामाजिक कार्यकर्ता श्री सौरभ गौड़ एक युवा उद्यमी भी हैं। उनके द्वारा अपने क्षेत्र में कोरोना काल में राशन बांटने से लेकर मास्क वितरण एवं जागरूकता के लिये निरंतर कार्य किया जा रहा है। नागरिकों को कोरोना से बचाव के लिये सेनेटाइजर एवं कोरोना वैक्सीन के प्रति जागरूक बनाकर कोरोना बीमारी से बचाने के सार्थक प्रयास कर रहे है। लोगों से सीधा संवाद कर उन्हें कोरोना के प्रति जागरूक रहने की शिक्षा देते हुए पीड़ितों को काढ़ा बनाने सहित कोरोना से बचाव की अन्य सावधानियाँ भी बताई जा रही हैं।