मध्य प्रदेश के अधिकांश जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इसके साथ ही कई राज्यों में ओलावृष्टि, आंधी-तूफान और बिजली गरज-चमक की भी सम्भावना है। इसके साथ 50 किमी से अधिक की रफ्तार से हवा भी चलेगी। मौसम विभाग का अनुमान है कि पूर्वी और पश्चिमी मध्य प्रदेश में करीब चार दिन तक मौसम ऐसा ही रहेगा।
राज्य में हाल ही में हुई बारिश और ओलावृष्टि से मालवा, निमाड़, ग्वालियर, चंबल, महाकोशल और विंध्य क्षेत्र के लगभग 25 जिले सबसे अधिक प्रभावित हैं। नर्मदापुरा और बैतूल जिले भी प्रभावित हुए हैं। अलग-अलग इलाकों में बेमौसम बारिश से भारी नुकसान की खबरें आ रही हैं। प्रदेश की राजधानी में देर रात झमाझम बारिश हुई।
प्रदेशम में मौसम का मिज़ाज़:
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अलग-अलग स्थानों पर बने पांच मौसमी सिस्टम के प्रभाव से लगातार नमी आ रही है। इसके चलते ज्यादातर शहरों में बादल छाए हुए हैं और कुछ शहरों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है। इससे पूरे प्रदेश में दिन का तापमान गिर गया है और रात में मौसम ठंडा महसूस हो रहा है। हालाँकि, इस समय राज्य में नई फसल की कटाई हो रही है और राज्य में गेहूं की खरीद चल रही है। इस बेमौसम बारिश से फसल को नुकसान हो रहा है. इसके साथ ही सब्जियों पर भी असर पड़ रहा है।
इन जिलों में हो सकती है बारिश:
मौसम विभाग के मुताबिक, प्रदेश के शहडोल, इंदौर, उज्जैन में कुछ स्थानों पर, भोपाल, जबलपुर संभाग के कई जिलों में और नर्मदापुरम के सभी जिलों में बारिश हुई। जबकि शेष संभागों में मौसम नम रहा। राजधानी भोपाल में गुरुवार देर रात अचानक तेज बारिश हुई। मौसम विज्ञानियों के अनुसार बदले हुए मौसम के कारण शुक्रवार को जबलपुर, नर्मदापुरम और भोपाल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं ओलावृष्टि भी हो सकती है।