Kota Kidnapping Case : राजस्थान के कोटा में शिवपुरी की छात्रा के अपहरण मामले में पुलिस को कुछ अहम सुराग मिले हैं, लेकिन अभी तक छात्रा का पता नहीं चल सका है। पुलिस ने छात्रा के बारे में हर तरफ जांच कर रही है। इतना ही नहीं जानकारी देने वाले को 20,000 का इनाम देने की घोषणा की है।
इस पूरे मामले को लेकर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से फोन पर बात कर छात्रा को जल्द से जल्द सुरक्षित घर भेजने की मांग की है। बता दें कि, जिस छात्रा का किडनेप हुआ है वह मध्यप्रदेश के शिवपुरी की रहने वाली है, जो पिछले 6 महीने से कोटा में नीट की तैयारी कर रही थी। वहीं पुलिस ने मीडिया के सामने बड़ा खुलासा किया है। पुलिस ने दावा किया है कि लड़की कोटा के किसी कोचिंग संस्थान की छात्रा नहीं थी।
उठ रहे ये सवाल
-छात्रा के माता-पिता ने जिस कोचिंग इंस्टीट्यूट का नाम बताया, उसमें छात्रा का रजिस्ट्रेशन नहीं मिला, ऐसा क्यों?
-छात्रा ने हॉस्टल का गलत नाम क्यों बताया
-अगर हॉस्टल में नहीं तो छात्रा कोटा में कहां रह रही थी
-आखिर कहा से हुआ अपहरण
वहीं इस पूरे मामले पर कोटा शहर सपा अमृता दुहन ने कहा है कि पुलिस की शुरुआती जांच में जो तथ्य सामने आए हैं, उसके मुताबिक छात्रा ने कोटा के किसी कोचिंग इंस्टीट्यूट में दाखिला नहीं लिया था और न ही वह कोटा के किसी हॉस्टल या पीजी में रह रही थी। इसका कोई रिकॉर्ड पुलिस को शुरुआती जांच में नहीं मिला है. हालांकि जांच लगातार जारी है। पुलिस के मुताबिक अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि छात्रा का अपहरण कोटा से किया गया था या कहीं और से?