लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने बताया कि कैबिनेट बैठक में लोक निर्माण विभाग की महत्वपूर्ण नवीन निर्माण परियोजनाओं को स्वीकृति प्रदान की गई है। कुछ पुरानी परियोजनाओं के बजट में वृद्धि को भी स्वीकृति दी गई। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में हम लोक निर्माण से लोक-कल्याण की अवधारणा को मूर्त रूप दे रहे हैं।
मंत्री सिंह ने बताया की स्वीकृत परियोजनाओं के निर्माण से राज्य के भीतर एवं अंतर्राज्जीय आवागमन सुगम होगा, धार्मिक एवं अन्य प्रकार के पर्यटन को बढ़ावा मिलने के साथ राज्य की आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि हम लोक निर्माण से लोक-कल्याण की भावना के साथ कार्य कर प्रदेश के चौमुखी विकास में अपना योगदान दे रहे हैं।
न्यू डेव्हलपमेंट बैंक की सहायता से म.प्र. में लगभग 5812 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से 884.63 किमी लम्बाई के 14 राज्य राजमार्गों के निर्माण/उन्नयन परियोजनाओं को स्वीकृति, जिनमें 279.72 करोड़ लागत से 50.65 किमी लंबाई की ब्यौहारी (टेटका मोड़) से शहडोल मार्ग, 631.89 करोड़ रुपये की लागत की 103.39 किमी लंबाई का रतलाम-झाबुआ मार्ग, 431.21 करोड़ लागत की 92.12 किमी लंबाई का रायसेन-राहतगढ़ मार्ग, 343.15 रुपये की लागत का 63.97 किमी लंबाई का गुना-फतेहगढ़-पारोन मार्ग,
394.30 रुपये लागत की 72.96 किमी लंबाई का लुकवासा-ईसानढ़-चंदेरी (पिपरोद मार्ग, 709.53 करोड़ रुपये लागत की 73.74 किमी लंबाई का बदनावर पेटलावद-थांदला मार्ग, 108.69 करोड़ रुपये लागत की 12.00 किमी लंबाई की थांदला-कुशलगढ़ सड़क, 531.33 करोड़ रुपये लागत की 85.11 किमी लंबाई की शिवपुरी-पोहरी-कराहल-गोरस सड़क, 413.62 करोड़ रुपये लागत की 74.42 किमी लंबाई की दमोह-हटा-गैसाबाद-सिमरिया सड़क, 446.89 करोड़ रुपये लागत की 85.52 किमी लंबाई की नीमच-सिंगोली-राजस्थान बार्डर सड़क,
358.07 करोड़ रुपये लागत की 46.53 किमी लंबाई की गाडासरई-पंडरिया (छत्तीसगढ़ बार्डर) सड़क, 487.85 करोड़ रुपये लागत की 58.32 किमी लंबाई की बछौन-घादला-सरपई-नौरीहर चन्द्रपुरा (एमपी-यूपी बोर्डर) सड़क, 542.40 करोड़ रुपये लागत की 36.50 किमी लंबाई की उज्जैन-मक्सी सड़क एवं 133.1 करोड़ रुपये लागत की 29.4 किमी लंबाई का मुरार-चित्तौरा मार्ग शामिल है। यह मार्ग पर्यटन, धार्मिक, औद्योगिक, वाणिज्यिक केंद्रो, मंडियों एवं दूरस्थ अंचलो को एक्सप्रेस-वे, राष्ट्रीय राजमार्ग, राज्य राजमार्गों एवं अंतर्राज्जीय सीमा से जोड़ेंगे।
अन्य स्वीकृत परियोजनायें
• अशोकनगर जिले में शाढ़ौरा से करीला माता मंदिर तक 134.43 करोड़ रुपये लागत की 54.40 कि.मी. लम्बाई के मार्ग निर्माण परियोजना को स्वीकृति प्रदान की गई। मार्ग निर्माण से कम समय एवं कम दूरी में करीला जानकी माता मंदिर तक पहुंचने की सुविधा उपलब्ध होगी।
• जबलपुर जिले में लम्हेटाघाट स्थित जबलपुर से लम्हेटा के मध्य नर्मदा नदी पर पहुंच मार्ग सहित उच्च-स्तरीय झूला पुल (केबल स्टे) निर्माण परियोजना की लागत में वृद्धि को स्वीकृति प्रदान की गई। अब कुल लागत राशि रूपए 177.13 करोड़ हो गई है, जिससे आवागमन में सुगमता के साथ पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
• नीमच जिले में 111.67 करोड़ लागत से 21.20 कि.मी. लंबाई की नीमच बायपास व्हाया जयसिंहपुरा बघराना नयागांव मार्ग निर्माण एवं शहडोल जिले में ब्यौहारी नगर के लिए 81 करोड़ रुपये लागत की 14.50 किमी लंबी रिंग रोड निर्माण की स्वीकृति।
• उज्जैन-जावरा मार्ग का 4 लेन ग्रीनफील्ड एक्सेस कंट्रोल्ड हाईवे का हाईब्रिड एन्यूटी मॉडल पर निर्माण की स्वीकृति। प्रस्तावित ग्रीनफील्ड एक्सेस कंट्रोल्ड हाईवे की लम्बाई 102.80 कि.मी. होगी। इसमें उज्जैन शहर में अन्य मार्गों से जोड़ने के लिए 10 कि.मी.की लम्बाई शामिल है। महाकाल लोक के निर्माण के बाद प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रृद्धालुओं का आवागमन हो रहा है एवं आगामी सिंहस्थ महाकुंभ-2028 को दृष्टिगत रखते हुये इस मार्ग को 4 लेन किया जाना अतिआवश्यक है। परियोजना का निर्माण 40:60 (HAM) मॉडल पर किया जायेगा।