हिमाचल प्रदेश में सियासी हलचल जारी है. राज्यसभा चुनाव के बाद लगातार कांग्रेस की मुश्किलें थमने का नाम नही ले रही है. बीते दिन बुधवार को बीजेपी के 15 विधायकों को स्पीकर ने निष्कासित कर दिया था . वहीं आज कांग्रेस के 6 बागी विधायकों की सदस्यता को स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने खत्म कर दिया है.
स्पीकर ने की कार्रवाई
स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि दल-बदल कानून के तहत 6 विधायकों के खिलाफ शिकायत विधायक और मंत्री हर्ष वर्धन जी के माध्यम से हमारे सचिवालय को मिली थी. जिसके बाद उन्होंने दोनों पक्षों को सुना और अपना फैसला सुनाया. स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा, विधायकों ने चुनाव तो कांग्रेस पार्टी से लड़ा, लेकिन पार्टी के व्हिप का उल्लंघन किया. मैंने इस मामले पर पूरी सुनवाई की. मैंने दोनों पक्षों को पूरी तरह सुना और फिर अपना फैसला सुनाया.
बता दें इन विधायकों के नाम नाम सुधीर शर्मा, रवि ठाकुर,राजेंद्र सिंह राणा, चौतन्य शर्मा, देवेंदर भुट्टो, इंदर दत्त लखनपाल हैं. इन सभी विधायकों ने व्हिप का उल्लंघन किया था. राज्यसभा में हुए चुनाव के दौरान सभी ने कांग्रेस का साथ ना देते हुए भाजपा के उम्मीदवार के पक्ष में वोट किया था. जिसके बाद कांग्रेस के राज्यसभा प्रत्याशी अभिषेक मनु संधवी की हार हुई थी.
कांग्रेस सरकार पर संकट बरकरार
हिमाचल प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस के पास 40 विधायक थे. 68 सदस्यों वाली विधानसभा में बहुमत के लिए जरूरी जादुई आंकड़ा 35 का थ् क्रॉस वोटिंग करने वाले उसके 6 बागी विधायकों को अब स्पीकर ने सदन की सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया है. ऐसे में विधानसभा स्ट्रेंथ अब 62 हो गई है. ऐसे में बहुमत के लिए जरूरी जादुई आंकड़ा अब 32 हो गया है. बीजेपी के पास राज्य में 25 विधायक हैं और तीन निर्दलीय भी उसके पाले में हैं. वहीं कांग्रेस के चार विधायक आज सीएम के नाश्ते पर नहीं पहुंचे. तो ऐसे में स्पीकर के फैसले के बावजूद अभी भी सरकार पर मंडरा रहा खतरा कम नहीं हुआ है.