उज्जैन : विश्व की पहली विक्रमादित्य वैदिक घड़ी कल से उज्जैन में समय बताएगी। बता दें कि कल पीएम मोदी वर्चुअली घड़ी का शुभारंभ करेंगे। यह घड़ी वेदों में वर्णित ज्योतिष शास्त्र पर आधारित है और 30 मुहूर्तों के साथ समय बताएगी।
इसके अलावा, यह घड़ी भारतीय मानक समय (IST) और ग्रीनविच मीन टाइम (GMT) भी दिखाएगी। घड़ी 25 फीट ऊंची और 10 फीट चौड़ी है और इसका वजन 10 टन है। इसे पीतल और कांच से बनाया गया है और इसमें 24 घंटे के चक्र में 30 मुहूर्तों को दर्शाया गया है। यह घड़ी उज्जैन के रामघाट पर स्थापित की गई है, जो एक प्रसिद्ध तीर्थस्थल है। यह घड़ी उज्जैन के प्राचीन वैज्ञानिक और ज्योतिषीय ज्ञान का प्रतीक है।
यहां कुछ विशेषताएं हैं जो इस घड़ी को अद्वितीय बनाती हैं:
यह दुनिया की पहली घड़ी है जो वेदों में वर्णित ज्योतिष शास्त्र पर आधारित है।
यह 30 मुहूर्तों के साथ समय बताती है, जो भारतीय समय गणना की एक पारंपरिक इकाई है।
यह घड़ी भारतीय मानक समय (IST) और ग्रीनविच मीन टाइम (GMT) भी दिखाती है।
यह घड़ी 25 फीट ऊंची और 10 फीट चौड़ी है और इसका वजन 10 टन है।
इसे पीतल और कांच से बनाया गया है और इसमें 24 घंटे के चक्र में 30 मुहूर्तों को दर्शाया गया है।
यह घड़ी उज्जैन के लिए एक महत्वपूर्ण पर्यटन आकर्षण बनने की उम्मीद है। यह उज्जैन के प्राचीन वैज्ञानिक और ज्योतिषीय ज्ञान को दुनिया के सामने पेश करेगा।