उज्जैन- महाकाल इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, उज्जैन के मुख्य परिसर में भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) एवं मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज के तत्वाधान में संयुक्त रूप से निवेशक जागरूकता पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सेमिनार में 4 के सभी वरिष्ठ अधिकारयों ने हिस्सा लिया। सेमिनार को आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य निवेशकों के हित के लिए सेबी द्वारा उठाए गए कदमों को बताना एवं साथ ही साथ सही वित्तीय योजना बनाते हुए प्रतिभूतियों के बारे में लोगों को अवगत कराना था।
कार्यक्रम का शुभारम्भ सेबी के श्री राजेश डांगेती (सीजीएम), द्वारा किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सेबी के श्री राजेश डांगेती (सीजीएम) ने जीवन के विभिन्न चरणों में बचत के विभिन्न तरीकों के साथ साथ निवेश के तरीकों के विषय में विस्तार से बताया। उन्होंने ये भी बताया कि सेबी के द्वारा निवेशकों के हितों का ध्यान रखते हुए नए दिशानिर्देश बनाए जा रहे हैं।
उन्होंने ये भी बताया कि प्रतिभूति बाजार में किसी भी मध्यस्थ जैसे एजेंट, दलाल, कंपनी, मर्चेंट बैंकर आदि द्वारा निवेशकों से धोखाधड़ी किये जाने पर सेबी ने बहुत ठोस कदम उठाए हैं। निवेशक स्कोर्स कि वेबसाइट पर जाकर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। सेबी के द्वारा हाल ही में सारथी एप भी जारी किया गया है। जिसे डाउनलोड करके निवेशक सुरक्षित निवेश कर सकते हैं।
भारत एक विकासशील देश के रूप में निरंतर आगे बढ़ रहा है। निर्यात, कृषि, एम् एस एम् ई, स्टार्ट अप जैसे कई क्षेत्रों में देश की अर्थव्यवस्था की स्थिति मजबूत हो रही है। यही सही समय है कि जब लोगों को प्रतिभूति बाजार के विषय में विस्तार से जानकारी मिले, ताकि लोग अपने हितों का ध्यान रखते हुए सही एवं सुरक्षित निवेश के तरीके की समझ सके और एक बेहतर वित्तीय प्रबंधन की ओर अग्रसर हो।
द्वितीय सत्र में मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज के श्री गौरव कौशिक शेयर बाजार में स्टॉक एक्सचेंज की भूमिका के विषय में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किस प्रकार से नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में किस प्रकार से कंपनियों की रैंकिंग के आधार पर अंशो को सूचीबद्ध किया जाता है। निवेशकों को निवेश करने से पूर्व कंपनी की बैलेंस-शीट, पिछले वर्षों के प्रदर्शन एवं सेबी के मापदंडों को ध्यान में रखते हुए पंजीकृत एजेंट के द्वारा ही निवेश करना चाहिए।