पश्चिम बंगाल में संदेशखाली का मामला थमने का नाम नही ले रहा है. जहां बीजेपी ममता बनर्जी पर हमलावर है, वही अब कांग्रेस भी ममता दीदी के खिलाफ अलग से मोर्चा खोल दिया है. इस बीच संदेशखाली जा रहे कांग्रेस सांसद और बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी को भाजपा प्रतिनिधिमंडल के जाने से रोका गया है.इस दौरान पुलिस और अधीर रंजन चौधरी के बीच नोकझोंक हुई है.
पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद कांग्रेस सांसद ने ममता बनर्जी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि, उन्होनें कहा कि ममता क्रूरता की रानी है वह आग से खेल रही हैं. अधीर रंजन ने कहा कि हम सब कुछ राजनीतिक तौर पर करेंगे. हम बम या बंदूकें नहीं ले जा रहे हैं. बीजेपी भी रुकी लेकिन वो कुछ और हैं. हम कुछ और हैं.
आपको बता दें कि इसके पहले, बीजेपी के प्रतिनिधिमंडल को भी संदेशखाली जाने से शुक्रवार सुबदह रोका गया था. जानकारी के मुताबिक, बीजेपी की फैक्ट फाइंडिंग टीम पश्चिम बंगाल के संदेशखाली जा रही थी. जिसमें भाजपा का छह सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल शामिल था. इस टीम को बंगाल पुलिस ने रास्ते में ही रोक दिया.
इस दौरान भाजपा प्रतिनिधिमंडल के सदस्य सड़क पर ही धरने पर बैठ गए. इसके बाद प्रतिनिधिमंडल के सदस्य राज्यपाल से मिलने पहुंचे हैं. प्रतिनिधिमंडल की सदस्य अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि हम पीड़ितों से मिलने और उन्हें न्याय दिलाने आए हैं, लेकिन पुलिस जिस तरह से हमें रोक रही है अगर ऐसा शाहजहां शेख को गिरफ्तार करने में तत्परता दिखायी जाती तो ये स्थिति पैदा ही नहीं होती.
गौरतलब है कि संदेशखाली में महिलाओं ने तृणमूल कांग्रेस (TMC) नेता शेख शाहजहां और उसके साथियों पर यौन उत्पीड़न, हिंसा और जमीन हड़पने के आरोप लगाए हैं. इसको लेकर संदेशखाली में पिछले एक हफ्ते से विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं. 14 फरवरी को भाजपा के नेता और कार्यकर्ता पीड़ितों से मिलने गए थे. इस दौरान पुलिस से उनकी झड़प हुई. इसके बाद संदेशखाली समेत 7 ग्राम पंचायतों के 500 मीटर के दायरे में 19 फरवरी तक धारा 144 लागू है.