छत्तीसगढ़ में एक बार फिर नक्सली हमले की घटना सामने आई है। छत्तीसगढ़ के सुकमा-बीजापुर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र टेकलगुड़ेम गांव में नक्सलियों ने सीआरपीएफ कैंप पर हमला किया। इस हमले में 3 जवान शहीद हो गए, जबकि 14 जवान घायल हैं। जवानों के ऊपर माओवादियों द्वारा फायरिंग की गई। सुरक्षा बल द्वारा भी माओवादियों का मुंहतोड़ जवाब दिया गया। माओवादी जंगल का आड़ लेकर भाग गए। इस नक्सली हमले की सूचना मिलते ही मौके पर फोर्स पहुंच गई है।
इस हमले से सुरक्षा बलों और स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई है। पूरे इलाके की घेराबंदी करते हुए हमलावरों की तलाश की जा रही है। जानकारी के मुताबिक सुकमा के थाना जगरगुण्डा इलाके में नक्सल गतिविधियों पर नकेल कसने और इलाके के लोगों को सहायता देने के लिए आज 30 जनवरी को ही सुरक्षा कैंप स्थापित किया गया था। कैंप के बाद सीआरपीएफ के कोबरा जवान जोनागुड़ा-अलीगुड़ा क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चला रहे थे। इसी दौरान जवानों के ऊपर माओवादियों द्वारा फायरिंग की गई। कोबरा बटालियन और डीआरजी के जवानों के साथ अब भी मुठभेड़ जारी है।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि, यह वही जगह है, जहां 2021 में 23 जवानों की जान गई थी। घायल जवानों की स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है। उन्हें इलाज के लिए रायपुर भेजा गया है। बता दें कि पिछले साल दिसंबर महीने में छत्तीसगढ़ में सीएम की शपथ से पहले नक्सली हमला हुआ था। 13 दिसंबर 2023 को नक्सलियों ने नारायणपुर में IED ब्लास्ट किया था।