इन्दौर : भारत सरकार द्वारा निर्यात संवर्धन नीति अंतर्गत प्रत्येक जिले में निर्यात हब विकसित करने हेतु “एक जिला एक उत्पाद (ODOP)” योजना प्रारंभ की गई है। इसके तहत धार जिले में परम्परागत विश्वप्रसिद्ध “बाग प्रिंट” का चयन किया गया है। धार जिले के स्व सहायता समूह द्वारा तैयार की जा रही साडियों को जब यही लड़कियां पहन कर निकली तो समूह की सीता दीदी की फ़ोटो VOGUE ITALIA के डिजिटल एडिशन में आ गयी। दुनिया जानती है कि वोग का नाम फ़ैशन डिजाइनिंग में वैश्विक स्तर पर शीर्ष पर हैं।
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”एक जिला एक उत्पाद” के अंतर्गत बाग प्रिंट की साड़ी, सलवार सूट, चादर आदि पर प्रिंटिंग कार्य में पूर्णतः प्राकृतिक एवं वनस्पति आधारित रंगों का उपयोग किया जाता है, योजनान्तर्गत चयनित उत्पाद में जिले के अधिक से अधिक आदिवासी शिल्पकारों को, विशेष रूप से महिला स्व-सहायता समूहों के माध्यम से महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए “भारत सरकार, एमएसएमई मंत्रालय की स्फूर्ति योजनान्तर्गत” विशेष क्लस्टर विकास की 2.75 करोड की परियोजना तैयार कर खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग को प्रस्तुत की गई है। इस परियोजना हेतु कलेक्टर आलोक कुमार सिंह द्वारा 7.50 हेक्टेयर भूमि कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग (हाथकरघा) धार को आबंटित की गयी है।
ज्ञात रहे कि वर्तमान में धार जिले के विकासखंड बाग एवं कुक्षी में आजीविका मिशन से जुडे 8 समूह के 58 समूह सदस्य बाग प्रिंट गतिविधि के कार्य में संलग्न है । बाग प्रिंट के प्रमोशन के लिए एक प्रोड्यूसर कंपनी का गठन कर कार्य किया जा रहा है। इस प्रोड्यूसर कंपनी को नाबार्ड के सहयोग से अपराजिता स्वयं सेवी संगठन द्वारा तकनीकि सहयोग प्रदाय करने हेतु कार्य किया जा रहा है। उक्त समूह सदस्यों के परिवार के लोग इस कंपनी के शेयर होल्डर है। बाग प्रिन्ट क्लस्टर गतिविधि के अंतर्गत व्यक्तिगत स्तर पर कार्य करने वाले कलाकारों को एक साथ जोड़कर गतिविधि का विस्तार कर बाग प्रिंट हब का निर्माण बाग विकासखण्ड में प्रस्तावित किया गया है।
उत्पाद की विशेषता
•बाग प्रिंट के बाजार एवं विपणन व्यवस्था हेतु आजीविका मिशन के माध्यम से राष्ट्रीय, राज्य एवं जिला स्तरीय स्थानों जैसे दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मुम्बई, उड़ीसा, खजुराहो, इंदौर, भोपाल आदि में आयोजित सरस मेला एवं हस्तशिल्प मेला में समूहों की भागीदारी करवाई जा रही है जिससे समूहों के व्यवसाय के साथ स्थानीय बाग प्रिंट को बढ़ावा मिला है। इस वित्तीय वर्ष 2020-21 में समूह द्वारा नोएडा सरस मेला उत्तर प्रदेश, जयपुर सरस मेला राजस्थान, गांधीनगर सरस मेला गुजरात, खजुराहो सरस मेला जिला छतरपुर एवं भोपाल हाट मेला में प्रतिभाग किया गया है।
•दीपावली के अवसर समूहों द्वारा इंदौर एवं धार में बाग प्रिंट के स्टाल के माध्यम से 2.50 लाख रूपये का व्यवसाय किया गया।
•बाग प्रिंट के प्रमोशन एवं बाजार व्यवस्था के तहत जिले में 3 आउटलेट क्रमशः जिला पंचायत परिसर, इंदौर नाका एवं मांडव में “रूपायन” नाम से संचालित किए जा रहे है। जिसमें जिले में अन्य शहरों से आने वाले पर्यटक एवं नागरिकों को इसकी उपलब्धता की जा रही है।
•आजीविका मिशन से जुड़े समूह सदस्यों द्वारा विकासखंड कुक्षी में एक आउटलेट पर विपणन का कार्य किया जा रहा है।
• नाबार्ड के सहयोग से आजीविका मिशन के स्वयं सहायता समूह हेतु रूरल मार्ट प्रमोशन के तहत् 2 आउटलेट और प्रस्तावित है जिससे स्थानीय स्तर के उत्पाद के साथ-साथ बाग प्रिंट को बढ़ावा दिया जावेगा।
• माह जनवरी 2021 में ट्रायफेड के माध्यम से स्थानीय हस्तषिल्पियों को 15 दिवस का भोपाल में नवीन तकनीक एवं बाजार व्यवस्था पर प्रशिक्षण प्रदाय किया गया साथ ही 1 फरवरी से 15 फरवरी 2021 तक ट्रायफेड के माध्यम से दिल्ली में आयोजित 15 दिवसीय आदि उत्सव में भी विकासखंड बाग एवं कुक्षी से 2 समूह सदस्यों द्वारा भागीदारी की गई जा रही है।
•मार्केट प्रमोशन के लिए आजीविका मिशन के माध्यम से जेम पार्टल एवं आजीविका मार्ट पोर्टल पर बाग प्रिंट उत्पाद की जानकारी अपलोड की जा चुकी है तथा अमेजन और फ्लिपकार्ट पोर्टल पर जानकारी अपलोड होना प्रक्रिया में है। इससे समूहों को स्थानीय बाजार के साथ-साथ प्रदेश एवं देश के अन्य शहरों से भी जोडे जाने की योजना है।
•नई कौशल एवं डिजायनिंग आदि से प्रशिक्षित कर जोड़े जाने की योजना के तहत ATDC इन्दौर के माध्यम से उक्त कार्य से जुड़े परियार की युवक एवं युवतियों को फैशन डिजाइनिंग का प्रशिक्षण दिलवा कर बाग प्रिन्ट कला को एक नया आयाम दिया जायेगा।
•बाग प्रिन्ट कार्य से जुड़े हुए कारिंगरों एवं स्व सहायता समूहों की महिलाओं को जोड़कर ट्राईबल बाग प्रिन्ट प्रोड्युसर कम्पनी लिमिटेड का गठन किया गया है। जिसे नाबार्ड द्वारा फण्डेड अपराजिता स्वयं सेवी संस्था द्वारा कम्पनी से जुड़े कारिंगरों को रिफ्रेशर ट्रेनिंग प्रदान की जा रही है। साथ ही उक्त कम्पनी को आजीविका मिशन हेतु चयनित भूमि पर लीज के माध्यम से वर्क शेड निर्माण हेतु कार्य प्रक्रिया में है।