मध्यप्रदेश: मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले की डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे को इस्तीफे को लेकर आईं चर्चाओं के बाद जमानत मिल गई है। उन्होंने अपना इस्तीफा चुनाव लड़ने की मंशा से दिया था, लेकिन सरकार ने इसे मंजूर नहीं किया था। निशा बांगरे ने अपने इस्तीफे को मंजूर कराने के लिए एक पदयात्रा शुरू की थी, जो बैतूल से भोपाल तक थी। दरअसल पदयात्रा के दौरान पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था और जेल में भेज दिया था।
मुलाकात दिग्विजय सिंह के साथ
इसके बाद, निशा बांगरे को जमानत मिलने के बाद, कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह उनसे मुलाकात करने पहुंचे। कांग्रेस ने इस मामले को महिलाओं के सम्मान से जोड़कर फ्रंट फुट पर आया है।
निशा बांगरे के इस इस्तीफे को लेकर सियासी चर्चाएं बढ़ गई थी, और वे अपने इस्तीफे को मंजूर कराने के लिए प्रयासरत रही थीं। अब उन्हें जमानत के बाद उनकी चर्चा और कांग्रेस के साथ मुलाकात करने का मौका मिला है।