इंदौर 18 मार्च, 2021: स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण अंतर्गत इंदौर जिले की ग्राम पंचायतों में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन हेतु कार्य प्रारंभ किये गये है। इसी क्रम में जिले की 100 गांवो की ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन की कार्ययोजना तैयार कर ली गई है। जिसके अंतर्गत घर-घर से कचरा संग्रहण की व्यवस्था, कचरे निपटान हेतु शेड निर्माण तथा प्लास्टिक कचरे के संग्रहण की व्यवस्था के साथ ही गीले कचरे से जैविक खाद तैयार किये जाने की व्यवस्था बनाई जा रही है।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी हिमांशु चंद्र द्वारा बताया गया है कि प्रारंभिक रूप में जिले की 05 ग्राम पंचायतों में किचन वेस्ट से जैविक खाद तैयार करना प्रारंभ कर दिया गया है। इन ग्राम पंचायतों से निर्मित जैविक खाद का जिला स्तरीय जैविक कृषि मेले में डेमोस्ट्रेसन तथा विक्रय हेतु स्टॉल लगाया गया है।
शीघ्र ही जिले की शहरी सीमा से लगी हुई ग्राम पंचायतों एवं अन्य 3000 से अधिक आबादी वाली ग्राम पंचायतों में भी इस तरह की व्यवस्था की जायेगी। जिले की ग्राम पंचायत काली बिल्लोद, उमरिया, कोदरिया, में जैविक खाद तैयार की जा रही है। इसी के साथ इन पंचायतों में सुखे कचरे का संग्रहण एवं पृथकीकरण कर इसे बेचा जा रहा है, जिससे संलग्न स्व सहायता समूह को अतिरिक्त आय भी प्राप्त हो रही है।
जिले में 200 गांव में सामुदायिक स्वच्छता परिसर का निर्माण भी प्रगति पर है। इन सामुदायिक स्वच्छता परिसर से गांवों में ओडीएफ की स्थिति बनाये रखने में सहायता मिलेगी। इसके साथ ही इनके संचालन में संलग्न व्यक्तियों/स्व सहायता समूह को रोजगार भी मिल सकेगा। इसी तारतम्य में गुरूवार को ग्राम उदय से भारत उदय कार्यक्रम के अवसर पर जिले के पूर्ण सामुदायिक स्वच्छता परिसरों का लोकापर्ण भी किया गया