मालवांचल विश्वविद्यालय में सेक्सुअल मेडिसिन का क्लीनिक प्रैक्टिस में उपयोग विषय पर व्याख्यान आयोजित किया गया जिसे कर्नाटक के मैसूर की यूनिवर्सिटी जेएसएस एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन एंड रिसर्च के प्रोफेसर एवं देश के प्रसिद्ध मानसिक और यौन स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. टी. एस. सत्यनारायण राव ने संबोधित किया।
इंडेक्स मेडिकल कॉलेज के ऑडिटोरियम में मेडिकल, नर्सिंग फार्मेसी के छात्र छात्राओं के लिए आयोजित इस व्याख्यान में डॉ. राव ने बताया कि क्लीनिकल प्रैक्टिस में, सेक्शुअल मेडिसन एक जरूरी और अक्सर अनदेखा किया जाने वाला पहलू है। यह क्षेत्र सेक्शुअलिटी से संबंधित समस्याओं के निदान और उपचार पर केंद्रित है, जिसमें स्तंभन दोष, शीघ्रपतन, महिला यौन उत्तेजना विकार और लिंग डिस्फोरिया जैसी स्थितियां शामिल हैं। ये स्थितियाँ किसी व्यक्ति के जीवन की गुणवत्ता, भावनात्मक सेहत और रिश्तों पर गहरा प्रभाव डाल सकती हैं।
व्याख्यान के दौरान कई प्रमुख विषयों पर चर्चा की गई। इनमें यौन रोग को समझना, मेडिकल प्रैक्टिशनर और मरीजों के बीच खुलकर बातचीत के महत्व, विभिन्न डायग्नोसिस, और उपलब्ध उपचार जैसे जीवनशैली में बदलाव, मनोचिकित्सा, दवा, हार्मोनल थेरेपी और, कुछ मामलों में, सर्जिकल हस्तक्षेप शामिल हैं। इसके साथ ही मरीज के इलाज और देखभाल में यौन शिक्षा और परामर्श के महत्व के साथ-साथ यौन विकारों के मनोवैज्ञानिक और भावनात्मक पहलुओं पर भी जोर दिया गया, यौन चिकित्सा में नैतिक विचारों पर प्रकाश डाला गया, और सुधार के लिए संभावित भविष्य की दिशाओं के साथ-साथ क्षेत्र में चुनौतियों पर भी बातचीत हुई। डॉ. रामगुलाम राजदान के स्वागत और परिचय भाषण में कहा कि डॉ. टी. एस. सत्यनारायण राव के इस व्याख्यान ने इस क्षेत्र में आगे की खोज और समझ के लिए बड़ी समझ और प्रेरणा प्रदान करेगा।
डॉ. जी. एस. पटेल ने आभार प्रदर्शन में कहा कि इस व्याख्यान ने यौन चिकित्सा के बारे में जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जो स्वास्थ्य देखभाल का एक महत्वपूर्ण पहलू है जिसे अक्सर उपेक्षा का सामना करना पड़ता है। उन्होंने अपनी उपस्थिति से इस अवसर की शोभा बढ़ाने और अपना ज्ञान साझा करने के लिए डॉ. राव का हार्दिक आभार व्यक्त किया। व्याख्यान के दौरान छात्रों ने सक्रिय रूप से भाग लिया, प्रश्न पूछे, जिससे रचनात्मक शिक्षण वातावरण को बढ़ावा मिला। इस कार्यक्रम का आयोजन चेयरमैन सुरेश सिंह भदोरिया के मार्ग दर्शन में किया गया।