नई दिल्ली: आज शाम को क्वाड ग्रुप की वर्चुअल बैठक संपन्न हुई है, इस बैठक में चार देशो ने मिलकर चीन पर नकेल कसने की तैयारी को लेकर अपने अपने पक्ष रखे है। चार देशो की इस क्वाड बैठक में सबसे आगे हमारे देश के पीएम मोदी रहे है, बैठक में सबसे पहले पीएम ने अपनी बात रखी है और कहा है कि-“हमारा एजेंडा वैक्सीन, क्लाइमेट चेंज और टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट को कवर करता है। हम साझा मूल्यों को आगे बढ़ाने, धर्मनिरपेक्ष, स्थिर और समृद्ध इंडो पैसिफिक के लिए मिलकर काम करेंगे। मैं इस पॉजिटिव विजन को भारत के प्राचीन दर्शन ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ के विस्तार के रूप में देखता हूं, जो दुनिया को एक परिवार के रूप में मानता है।”
बता दें कि आज की इस क्वाड बैठक में दुनिया के चार ताकतवर लोकतांत्रिक देशों के नेताओं के मध्य हुई है। इस बैठक में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व् उनके साथ ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन, जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा और अमेरिका के राष्ट्रपति जोसेफ आर. बाइडेन भी शामिल हुए है। इस बैठक का आयोजन वर्चुअली रूप से हुआ है।
आज के यह बैठक में पहली बार पीएम मोदी के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन शामिल है। साथ ही क्वाड की बैठक में सुपर पावर देश अमेरिका के राष्ट्रपति ने भारत देश की तारीफ़ की है और कहा है कि-“वह इस समूह के साथ काम करने को लेकर विशेष रूप से इच्छुक हैं, एशिया-प्रशांत क्षेत्र को शांत स्थिर बनाए रखने के लिए उन्होंने इस समूह की महत्ता पर जोर दिया है।”
आज संपन्न हुई क्वाड में खासकर चीन को लेकर सबसे जयदा कड़ा संदेश दिया गया है, साथ ही सभी देश के बैठक में हिंद प्रशांत क्षेत्र को ‘स्वतंत्र और खुला’ बनाए रखने का संदेश दिया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, हम अपने लोकतांत्रिक मूल्यों और स्वतंत्र, खुले और समावेशी भारत-प्रशांत के प्रति हमारी प्रतिबद्धता से एकजुट हैं. आज का हमारा एजेंडा – वैक्सीन, जलवायु परिवर्तन और उभरती प्रौद्योगिकियों जैसे क्षेत्रों को कवर करना है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, मैं इस सकारात्मक दृष्टि को भारत के वसुधैव कुटुम्बकम के प्राचीन दर्शन के विस्तार के रूप में देखता हूं, जो दुनिया को एक परिवार मानता है. हम अपने साझा मूल्यों को आगे बढ़ाने और एक सुरक्षित, स्थिर और समृद्ध इंडो-पैसिफिक को बढ़ावा देने के लिए पहले से कहीं अधिक साथ मिलकर काम करेंगे.
चार देशों की क्वाड बैठक में देश के पीएम नरेंद्र मोदी के बाद अमेरिका राष्ट्रपति ने भी कहा है कि ‘संयुक्त राज्य अमेरिका स्थिरता प्राप्त करने के लिए आपके और हमारे सभी सहयोगियों के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध है, यह समूह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह व्यावहारिक समाधान और ठोस परिणामों के लिए समर्पित है’