कोलकाता: देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों का बिगुल बज चुका है, जिसके बाद सबसे ज्यादा पश्चिम बंगाल से चुनावी संग्राम की लड़ाई की खबरें सामने आ रही है, दरसल बंगाल में TMC और बीजेपी के बीच विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी जंग चल रही है, इसी के चलते TMC की प्रमुख ममता बनर्जी ने एक बार फिर हुंकार भरी है और आज एक जनसभा के संबोधन में नंदीग्राम आंदोलन की याद दिलाई है।
आज की जनसभा संबोधन में बंगाल की CM ममता दीदी जोकि नंदीग्राम से चुनाव लड़ेगी और विधानसभा सीट को लेकर ममता बनर्जी का कहना है कि “कोई-कोई बंटवारा करने की कोशिश करेगा, ऐसे लोगों की बात मत सुनिएगा, मैं अपना नाम भूल सकती हूं, लेकिन नंदीग्राम नहीं”
बंगाल में छिड़ी सियासी जंग के बीच बीजेपी और TMC आये दिन राज्य में रैली और जनसभा का आयोजन कर रही है हालही में देश के पीएम नरेंद्र मोदी ने ब्रिगेड मैदान में जनसभा का संबोधन किया था जिसके बाद आज ममता बनर्जी ने उनके विधानभा सीट नंदीग्राम में एक जनसभा के संबोधन में कहा कि “जब नंदीग्राम में आंदोलन हो रहा था तो मेरे घर काली पूजा हो रही थी, जिस तरह 14 मार्च को गोली चली थी, वो सबको याद है”
आगे उन्होंने कहां कि ‘मैं नंदीग्राम अकेली जा रही थी, मुझे रोकने की कोशिश की जा रही थी, राज्यपाल ने मुझे फोन करके कहा था कि रात को आपको नंदीग्राम नहीं जाना चाहिए. तमाम अत्याचार के बावजूद मैं पीछे नहीं हटी, मेरे ऊपर गोली भी चलाई गई थी, लेकिन मैं बंगाल के लिए डटी रही, इस दौरान ऐसे बहुत से लोगों को हमारे साथ होना चाहिए था, लेकिन वो नहीं आए’
नंदीग्राम से चुनाव लड़ने को लेकर कही ये बात-
इस बार ममता बनर्जी नंदीग्राम से चुनाव लड़ रहीं है और इनके विपक्ष में ममता के भतीजे शुभेंदु है जिन्होंने हालही में बीजेपी ज्वाइन की की है, नंदीग्राम से चुनाव लड़ने को लेकर ममता का कहना है कि “सिंगुर नहीं होने से नंदीग्राम का आंदोलन नहीं होता, मैं गांव की बेटी हूं मैंने पहले से ही सोच रखा था कि इस बार नंदीग्राम या सिंगुर से लड़ूंगी, आप लोगों ने मुझे स्वीकार किया है, इसलिए नंदीग्राम आई हूं” इतना ही नहीं उन्होंने आगे कहा कि ‘अगर आप लोगों को मेरा यहां से चुनाव लड़ना गलत लगता है तो मैं पर्चा नहीं दाखिल करूंगा, आप लोगों की स्वीकृति के बाद ही नामांकन दाखिल करूंगा’
आज के जनसभा में ममता बनर्जी ने संबोधन के साथ ही चंडी पाठ भी किया और जमकर बीजेपी के खिलाफ हल्ला बोला है।