इन दिनों मध्यप्रदेश के कई जिलों में तेज मूसलाधार बारिश हो रही है। बेमौसम बारिश के कारण किसानों को काफी नुकसान हुआ है। मौसम विभाग के मुताबिक, राज्य में 20 मार्च तक ऐसा ही मौसम रहेगा। इसके बाद मौसम में बड़ा परिवर्तन आएगा। बेमौसम बरसात के कारण भोपाल के लोगों को गर्मी से राहत मिली है। जानकारी के लिए बता दें बारिश और ओले गिरने का दौर जारी है। खेत से लेकर सड़क तक बर्फ की चादर बिछी दिखाई दे रही है। नजारा कश्मीर के जैसा नजर आ रहा है। हालांकि, भारी बारिश और ओलावृष्टि के चलते किसानों को काफी नुकसान हुआ है। खेत में खड़ी और खलिहान में कटकर रखी फसल तबाह हो गई।
मौसम विभाग के अनुसार, वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की वजह से 20 मार्च तक इस प्रकार का मौसम देखने को मिलेगा। मौसम विभाग ने राजधानी भोपाल समेत उज्जैन,रीवा , सागर, ग्वालियर, शहडोल, जबलपुर ,इंदौर, नर्मदापुरम,चंबल संभाग के जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। इस बेमौसम बारिश के कारण फसलों को भी काफी नुकसान पहुंचा है। इसके साथ ही इंदौर समेत प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में कल से ही बारिश के साथ ओले का दौर जारी है।
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प्रदेश के अधिकांश जिलों में दो दिनों से तेज हवाओं के साथ बेमौसम बारिश और ओले गिर रहे हैं। बटरी, चना, मसूर और गेहूं की फसलों को भारी नुकसान हुआ है। तेज हवाएं चलने के कारण खेतों में पककर खड़ी हुई गेंहू की फसल आड़ी हो गई है। वहीं चने की फसल पानी लगने से बर्बादी की कगार पर पहुंच गई है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान भी प्रदेश में बारिश की संभावना जताई जा रही है तथा कुछ स्थानों पर ओले गिरने की भी आशंका है। प्रदेश में अगले दो दिनों तक इसी तरह के मौसम के बने रहने की संभावना जताई जा रही है। इसके बाद मौसम साफ हो सकता है।
पिछले 24 घंटों के दौरान खजुराहो में 33 मिमी, बालाघाट के मलॉजखंड में 16.4 मिमी, भोपाल शहर में 10. 4 मिमी, खंडवा में 8.1 मिमी, बैतूल 6.8 मिमी, गुना में 5. 4 मिमी, मंडला में 5. 2 मिमी, रतलाम में 5 मिमी, सागर में 4.1 मिमी, उज्जैन में 3 मिमी सहित नर्मदापुरम, सिवनी, रायसेन, दमोह, इंदौर, जबलपुर और राजगढ़ जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हुई। राजधानी भोपाल तथा उसके आसपास के क्षेत्रों में कल दिन भर बादल छाए रहे। रात में तेज गड़गड़ाहट के साथ बारिश हुई। इस बीच कुछ स्थानों में ओले भी गिरे हैं।