स्वीडन की कंपनी स्विस कंपनी आइक्यूएयर द्वारा हाल ही में करने वाली रिपोर्ट सामने आई है। रिपोर्ट के मुताबिक, भारत 2022 में दुनिया का 8वां सबसे प्रदूषित देश रहा। हालांकि, एक साल पहले भारत दुनिया का 5वां सबसे प्रदूषित देश था।
इस वर्ल्ड एयर क्वालिटी रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया का सबसे प्रदूषित देश चाड है, जहां PM 2.5 का औसतन स्तर 89.7 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर रहा है। शीर्ष 10 प्रदूषित देशों की सूची में इसके बाद पाकिस्तान (70.9), बहरीन (66.6), बांग्लादेश (65.8), बुर्किना फासो (63.0), कुवैत (55.8), भारत (53.3), मिस्र (46.5)और तजाकिस्तान (46.0) का नंबर आता है।
Also Read : PM Modi की सुरक्षा में चूक : पंजाब के 9 अफसरों पर गिरी गाज, एक्शन की तैयारी में सरकार
बता दें, भारत को वायु प्रदूषण से निपटने के लिए 150 अरब डॉलर (12.36 लाख करोड़ रुपये) की धनराशि खर्च करनी पड़ रही है। भारत में वायु प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण परिवहन क्षेत्र है, जो कुल वायु प्रदूषण में करीब 20-35 प्रतिशत की हिस्सेदारी निभाता है। परिवहन क्षेत्र के अलावा विभिन्न उद्योग और कोयले के थर्मल पावर प्लांट भी प्रदूषण के लिए बड़े रूप में जिम्मेदार हैं।