भोपाल: कोरोना महासंकट के दरमयान स्कूल बंद होने के कारण हमारी बेटियों की पढ़ाई प्रभावित हुई है, बेटियों की बाल विवाह की संख्या भी इस कारण से बढ़ी है, इस दरमयान महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित रास्ट्रीय हेल्पलाइन,चाइल्ड लाइन में 1098 में एक आरटीआई के माध्यम से जो आंकड़े मिले हैं उसके अनुसार अप्रैल से अक्टूबर 2020 के मध्य बाल विवाह से जुड़ी 18, 324 काल आईं, महाराष्ट्र एवं तेलंगाना में 200 तथा कर्नाटक में 188 बाल विवाह के प्रकरण सामने आए हैं, ये हर राज्य के लिए एक बड़ा चिंतनीय मुद्दा है।
उक्त बातों को कल राज्यसभा में चर्चा के दरमयान भाजपा के राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उललेख किया।
सिंधिया ने कहा कि इनमें से कई राज्यों ने समय पर हस्तक्षेप करके बाल विवाह को रोकने में सफलता भी पाई है, लेकिन मेरा महिला एवं बाल विकास मंत्रालय से अनुरोध है कि बाल विवाह पर नेशनल डाटा प्राप्त करने के लिए राज्य सरकारों को ततकाल राज्य व्यापी मूल्यांकन करने के निर्देश जारी किए जाएं, बाल विवाह के खिलाफ कानून को और अधिक कठोर बनाया जाए, एक मिशन के रूप में स्वयंसेवी संस्थाओं को साथ मे लेकर इस समस्या का समाधान किया जाए, कोरोना महासंकट के बाद जब स्कूल प्रारम्भ हो तो बेटियों को स्कूल भेजने का एक राष्ट्रव्यापी अभियान चलाया जाए।