विपिन नीमा
फूटी कोठी चौराहे पर बनने वाले 6 लेन फ्लायओवर ब्रिज से सफर ओर आसान हो जाएगा। वर्तमान में इस चौराहे से प्रतिदिन 1 लाख वाहन गुजरते है। ऐसा होगा ब्रिज का प्रोजेक्ट
● लंबाई – 625 मीटर
● चौड़ाई – 24 मीटर
● लागत – 55 करोड़ रु
● ब्रिज लेन – 6 लेन (3+3)
● कहा से – दयाल गुरु द्वार से
● कहा तक – दस्तूर गार्डन तक
पहले रणजीत हनुमान मंदिर के बाद आगे जाने में लोग घबराते थे सन्नाटा
एक समय ऐसा था जब शहर के लोग रणजीत हनुमान मंदिर के आगे जाने से घबराते थे, क्योंकि इसके आगे न तो कोई बस्ती थी, और न ही वाहनों की आवाजाही रहती थी। इसी मार्ग पर एक खंडर कोठी है जो टूटी – फूटी है। यह कोठी इतनी डरावनी थी कि शाम होने के बाद इस रोड पर कोई नही आता जाता था। काफी सालों तक इसका खोफ बना रहा , लेकिन बाद में जैसे जैसे शहर की आबादी बढ़ती गई यह क्षेत्र विकसित होता चला गया, लोगों का आना जाना शुरू हुआ , नई नई कॉलोनियां विकसित होने लगी. ,वाहनों आवाजाही बढ़ने लगी।
कुछ ही सालों में पूरा क्षेत्र विकसित होते ही इस चौराहे का नाम ‘फूटी कोठी चौराहा’ हो गया। बाद में नगर निगम और आईडीए ने करोड़ों रुपया खर्च कर चौराहे को चमन कर दिया। अब यहां पर 55 करोड़ रुपए की लागत से फ्लाय ओव्हर ब्रिज बनने वाला है और इसी सिलसिले में आज मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान भूमिपूजन करेंगे। फ्लायओवर ब्रिज बनने के बाद यह क्षेत्र ओर महंगा हो जाएगा।
24 ही घंटे वाहनों से आबाद रहता है चौराहा
आज की स्थिति में फूटी कोठी चौराहा इतना व्यस्त और व्यवस्थित हो गया है कि प्रतिदिन 1 लाख से भी ज्यादा वाहन इस चौराहे गुजरते है। चौराहे के साथ साथ इस क्षेत्र में बड़े बड़े बंगले, मैरिज गार्डन , शोरूम , दुकाने आदि विकसित हो चुके है। यहां जमीनों के भाव भी आसमान पर है।
ऐसे पड़ा फूटी कोठी चौराहे का नाम, अब FOB भी इसी नाम से
फूटी कोठी चौराहा पर बनने वाला फ्लायओवर (एफओबी) रिंग रोड का पहला ब्रिज होगा। अब यह चौराहा जल्द ही एक और नए रुप में आ रहा है। ज्ञात रहे कि फूटी कोठी इंदौर के महाराजा शिवाजी राव होलकर द्वारा बनवाई गई एक अधूरी एतिहासिक बिल्डिंग है जिसका निर्माण 1890 के आसपास हुआ था। निर्माण बंद होने के बाद ये कोठी आधी अधूरी बनी रही। बाद में ये टूटने – फूटने लगी। इसलिए इसका नाम फूटी कोठी पड़ गया।
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