इंदौर। रविवार शाम को कला को समर्पित संस्था ‘नाद अकादमी’ का वार्षिकोत्सव संस्था के सभाग्रह में हर्ष व उल्लास के साथ संपन्न हुआ। जिसमें नाद अकादमी संचालक व कला गुरु जया बिसेन के नेतृत्व में छात्रों ने मधुर संगीत व राग की प्रस्तुति दी गई।
ओरिजन, मेकओवर व अवर ड्राइव विभागों में विभाजित छात्रों ने गिटार,कि- बोर्ड व कम्बों के माध्यम से अपनी मधुर प्रस्तुति देकर सैकड़ो दर्शकों को लुभाया। पुरुस्कार विजता क्रमशः प्रथम, द्वितीय व तृतीय ओरिजन के अथर्व दुबे, दिशा जोशी व तनिष्क जैन , वही मेकओवर से क्रमशः जयश्री सोमानी, हरिओम जायसवाल व त्रिशला मेहता तथा अवर ड्राइव से क्रमशः श्री अवस्थी, सक्षम सिंह व मनस्व कोठारी ने अपने नाम ख़िताब किया।
संस्था के 23 वें सफल आयोजन में दर्शको की तालियों खूब गूंजी। पुरे कार्यक्रम में बिसेन व युवराज ने गिटार व कि- बोर्ड के माध्यम से सपोर्टिव रोल निभाया जो की एक अदभूत प्रस्तुति थी। मंच का सफल संचालन एक लव्य पुरुस्कार विजता श्री अवस्थी व दिशा जोशी ने अपनी मधुर वाणी से किया।
संगीतज्ञ बिसेन से कई वर्षों से जुड़े कला के क्षेत्र में राष्ट्रीय व अंतर्राष्टीय ख़िताब विजेता बसंत शर्मा , विठ्ठल राजपुरा व प्रांजल सिरोही ने जजमेंट दिया। नाद के छात्रों की जबरदस्त प्रस्तुतियों ने कई बार जजों को जजमेंट देने में सोच में डाला।
ख्यात सिंतार वादक बसंत ने बताया की इतना उत्साह मैंने कभी कही छात्रों में नहीं देखा। बसंत आगे कहते है की कई बार जजमेंट देने में यह तह कर पाना मुश्किल हो गया था की कौन सबसे बेहतर है। वो कहते है नाद अकादमी का हर छात्र कला को प्रस्तुत करने में निपूर्ण है। कार्यक्रम समापन से पहले सिरोद व पखावज के द्वारा बसंत व बिट्ठल ने जबरदस्त प्रस्तुति छात्रों को मन मोह लिया।
कार्यक्रम के अंत में जया बिसेन ने सभी दर्शकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा की उनकी संस्था का बीते 32 वर्षों से मुख्य उद्देश्य है बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ाना है। जिससे की वह किसी भी क्षेत्र में अपना लक्ष्य हासिल कर सके। यह जानकारी नाद अकादमी सदस्य रविन्द्र सिंह राणा के द्वारा दी गई है।