मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी चौहान के राजस्व और परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत पर जमीन हड़पने के आरोप में एक नया मोड़ सामने आया है। मंत्री गोविंद सिंह राजपूत पर कुछ समय पहले जमीन हड़पने का आरोप लगा था। इस मामले में आरोप लगाने बाला शख्स ही पलट गया। उस शख्स ने बीजेपी के दो नेताओं पर 2 करोड़ का ऑफर देकर ऐसा करने का आरोप लगाया है।
दरअसल जमीन हड़पने का आरोप लगाने वाला शख्स सीताराम उर्फ महेश पटेल जो अपनी बात तो से पलट गए उसने बीजेपी से निष्कासित दो नेता राजकुमार सिंह धनोरा और विनय मलैया पर ही मंत्री को फंसाने का आरोप लगा दिया है। उसने से इस मामले में शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि, उसे इस काम के लिए दो करोड़ का ऑफर दिया गया था। गोविंद सिंह राजपूत पर जमीन हड़पने का आरोप लगाने वाले सीताराम उर्फ महेश पटेल ने बीजेपी से निष्कासित नेता राजकुमार सिंह धनोरा और विनय मलैया के खिलाफ शिकायत की है। उसने बताया कि मंत्री के खिलाफ झूठा आरोप लगाने के लिए उसे धनोरा ने दो करोड़ रुपए और जमीन को ऑफर दिया था।
शिवराज सरकार के मंत्री गोविंद सिंह राजपूत पर सीताराम की जमीन हड़पने का और उस जमीन पर स्कूल बनाने का आरोप लगाया था। इस मामले में सीतारमन का एक वीडियो भी सामने आया था उसने उस वीडियो में जमीन और अपने पिता के गायव होने को लेकर गोविंद सिंह पर गंभीर आरोप लगाए थे। सीतारमन ने कहा था कि गोविंद सिंह ने हमारी जमीन उसके नाम कर ली है। इस मामले में मेरे पिता ने तहसीलदार कोर्ट में केस भी किया था। उसके बाद गोविंद सिंह ने 22 अगस्त 2016 को अपने घर बुलाया तब से वह लौटकर घर वापस नहीं आए। मैंने अगस्त में ही उनकी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी।
सीताराम ने बताया कि 31 दिसंबर 2022 को उसे मलैया ने अपने घर बुलाया था। जहां उसे राजकुमार धनोरा भी मिले थे।और दोनों ने मिलकर मुझे कहा कि तुम्हें हमारे साथ मिलकर गोविंद सिंह राजपूत को फसाना है। इसके बदले 2 करोड रुपए मिलेंगे और जमीन भी तुम्हारे नाम करवा दी जाएगी। उन्होंने लिफाफे में 10हजार रुपए भी दिए। पीड़ित ने बताया कि वह पैसों के लालच में आ गया था। और 1 जनवरी 2023 को वह मलैया के कहने पर धनोरा के ड्राइवर के साथ उनके घर पहुंचा उसके बाद राजकुमार दिल्ली ले गए। और वहां उन्होंने सुप्रीम कोर्ट शिकायतें डलवाने के लिए अनजान कागजों पर दस्तखत करवाएं।