कल 26 जनवरी को है भौम प्रदोष व्रत, जानिए इस व्रत के लाभ

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By Rishabh JogiPublished On: January 25, 2021

हनुमान जी भगवान शिव के ही अवतार माने जाते है, जिसके पीछे की कहानी शुरू होती है उनकी माता अंजनी से जिन्होंने भगवान शिव की घोर तपस्या की थी जिसके बाद पवनपुत्र के रूप में भगवान् शिव ने हनुमान जी का अवतार इस धरती पर लिया था। इस माह में एक ऐसा ही दिन आ रहा है जिस दिन हनुमान जी और अनादि परमेश्वर भगवान् शिव की पूजा एक साथ होगी, मान्यता के अनुसार भगवान शिव का दिन सोमवार और हनुमान जी का मंगलवार होता है। यह माह पौष का माह है इसमें शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन एक व्रत रखा जाता है जिसे भौम प्रदोष व्रत कहते है इस व्रत का महत्त्व बहुत होता है क्योकि यह भगवान शिवः और हनुमान दोनों की पूजा का व्रत है, साथ ही इस व्रत में भौम का अर्थ मंगल से है और यह व्रत मंगलवार को होने की वजह से इसे भौम प्रदोष व्रत कहा जाता है। इस बार भौम प्रदोष व्रत मंगलवार, 26 जनवरी को है।

भौम प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव और हनुमान की पूजा का विशेष महत्व बताया गया है. साथ ही इस व्रत को करने से सभी काम शुभ हो जाते है और शिव की उपासना से जीवन खुशहाल और हनुमान की पूजा से शत्रुओं का विनाश होता है। बहुत से लोग कर्जे की समस्या से जुंझ रहे है कितनी भी कोशिश क्र ले कर्ज चुकने का नाम नहीं लेता ऐसे में भौम प्रदोष पर हनुमान की पूजा से कर्जों से भी मुक्ति मिलती है।

कल 26 जनवरी को है भौम प्रदोष व्रत, जानिए इस व्रत के लाभ

इस व्रत के दिन कैसे करे पूजा-
भौम प्रदोष के दिन सुबह सुबह उठकर पूजा का संकल्प लें, इसके बाद ईशान कोण में शिव की स्थापना करें और उन्हें जल,पुष्प, धूप, दीप, नैवेद्य अर्पित करें। पूजा के स्थान पर आसन पर बैठकर शिवजी के मंत्रों का जाप करें, इसके बाद अपनी समस्याओं के अंत होने की प्रार्थना करें। इस ख़ास दिन गरीब-निर्धनों को भोजन कराने से भी लाभ होगा।

शत्रुओ के नाश कैसे हो-
हनुमान जी बल के दाता है उनके सामने बड़े बड़े शत्रुओ की नहीं चलती इसलिए इस दिन सुबह उठकर लाल वस्त्र धारण करके हनुमान जी की उपासना करें. बाबा को लाल फूलों की माला चढ़ाएं, दीपक जलाएं और गुड़ का भोग लगाएं। पूजा के बाद संकटमोचन हनुमानाष्टक का 11 बार पाठ करें। कर्जे से मुक्ति पाने के लिए इस दिन रात्रि के समय हनुमान जी के समक्ष घी का दीपक जलाएं। ध्यान रहे दीपक में नौ बातियां लगाएं, हर बाती जलाएं. इसके बाद हनुमान को उतने लड्डू अर्पित करें जितनी बतिया है साथ में “हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट” का जाप करें।