नितिनमोहन शर्मा
प्रवासी भारतीय सम्मेलन के बाद नए दौर का इन्दौर 17 वी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का साक्षी बना। 84 देशों के 450 प्रतिनिधियो के साथ साथ देश के सभी बड़े औद्योगिक घरानों के प्रतिनिधि इसमे शामिल हुए। तीन दिन में दूसरी बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी समिट के जरिये इन्दौर से रूबरू हुए।
इन्वेस्टर्स समिट का वर्चुअली शुभारंभ पीएम मोदी ने किया और निवेशकों को भरोसा दिलाया कि आजादी के अमृत काल मे मध्यप्रदेश का सामर्थ्य निर्णायक रहना है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने भी कोई कसर नही छोड़ी। उन्होंने उद्योगपतियो से वन टु वन मुलाकात कर वादा किया कि उद्योगों को 24 घण्टे में जमीन उपलब्ध कराएंगे। सीएम ने ये भरोसा भी दिलाया कि आप लोगो के लिए में सीएम नहीं, सीईओ की तरह सदैव उपलब्ध रहूंगा।
पहले ही दिन 1.50 लाख करोड़ के निवेश की घोषणाएं हुई। सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, ऑप्टिकल फाइबर, केमिकल, स्टील, सीमेंट, सर्विस, रियल स्टेट सेक्टर में निवेशकों ने अधिक रुचि दिखाई। एक्सपर्ट्स की माने तो उद्योगपतियों का सबसे अधिक फ़ोकस ग्रीन ऊर्जा, अक्षय ऊर्जा, सोलर प्लांट्स सेक्टर में है।
गोदरेज जैसी कम्पनी ने रियल स्टेट में रुचि दिखाई है। ये इन्दौर के लिए लाभ का सौदा होगा। क्योंकि इन्दौर रियल स्टेट सेक्टर में मध्यभारत का बड़ा केंद्र बनकर उभरा है। अदाणी समूह ने अस्पताल में रुचि दिखाई है। सोयाबीन, गेंहू, कपास, हथकरघा जैसे हमारे परम्परागत सेक्टर के अलावा अब प्रदेश की पहचान अब नए नए क्षेत्र में होगी। गुरुवार को समिट का समापन होगा। इसके बाद ये शहर जी 20 देशों की बैठक की भी मेजबानी करेगा।
आंकड़ों में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट
अदाणी ग्रुप 60 हजार करोड़
रिलायंस ग्रुप 40 हजार करोड़
बिड़ला ग्रुप 15 हजार करोड़
जेएसडब्लू 4500 करोड़
अवाडा ग्रुप। 1200 करोड़
आईटीसी ग्रुप। 1500 करोड़