ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट LIVE: मध्यप्रदेश अजब भी है गजब भी है और सजग भी है – PM मोदी

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इंदौर। देश के दिल मध्य प्रदेश में आज से ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (Global Investors Summit) का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन प्रदेश की आर्थिक राजधानी और देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर (Indore) में किया जा रहा है। प्रदेश संभावित निवेशकों के लिए राज्य की क्षमताओं का विकास, निवेश के माहौल और बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने और अपनी क्षमताओं को प्रदर्शित करने के लिए विकास का एक नया अध्याय लिखने के लिए तैयार है।
सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी, गुयाना के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद इरफान अली, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने दीप प्रज्ज्वलन कर ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट का उद्घाटन किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा- विकसित भारत के लिए मध्यप्रदेश का महत्व है। आस्था, पर्यटन से एग्रीकल्चर और स्किल डेवलपमेंट तक एमपी अजब भी है और गजब भी है और सजग भी है। मध्यप्रदेश में यह समिट ऐसे समय हो रही है, जब भारत की आजादी का अमृत काल शुरू हो चुका है। हम सब विकसित भारत के लिए जुटे हुए हैं। यह हर भारतीय का संकल्प है। आईएमएफ भारत को दुनियाभर की अर्थव्यवस्था में ब्राइट स्पॉट देख रहा है। वर्ल्ड बैंक का मानना है कि भारत के पास अन्य देशों के मुकाबले आर्थिक चुनौतियों से निपटने की क्षमता बहुत अधिक है। ओईसीडी ने कहा है कि जी20- ग्रुप में इस साल भारत सबसे तेज बढ़ती अर्थव्यवस्था होगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- स्थिर, अच्छी नीयत से चलने वाली सरकार विकास को दिशा देती है। देश के लिए हर जरूरी फैसले उतनी ही तेजी से लिए जाते हैं। बीते आठ वर्षों में हमने रिफॉर्म की स्पीड और स्केल को लगातार बढ़ाया है। बैंकिंग सेक्टर में रीकैपिटलाइजेशन, आईबीसी जैसा मॉडर्न रिजॉल्युशन फ्रेमवर्क, जीएसटी जैसा वन नेशन वन टैक्स करना हो, अनेक सेक्टर्स में ऑटोमेटिक रूट से 100% एफडीआई की परमिशन देना हो। हमने कई सेक्टर को प्राइवेट के लिए खोल दिया है। कम्प्लायंसेस के बोझ को कम करने के लिए राज्य और केंद्र, दोनों स्तरों पर अभूतपूर्व प्रयास चल रहे हैं। बीते कुछ समय में करीब 40 हजार कम्प्लायंसेस को हटाया जा चुका है। हाल ही में हमने नेशनल सिंगल विंडो सिस्टम शुरू किया है। इससे मध्यप्रदेश भी जुड़ चुका है। इस सिस्टम से अब तक 50 हजार स्वीकृतियां दी जा चुकी है।