कैशलेस बिजली बिल भरने वालों की संख्या हुई 12 लाख

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इंदौर : घर बैठे मोबाइल, लेपटाप, टेबलेट, कम्प्यूटर से बिजली बिल भरने वालों को पश्चिम क्षेत्र बिजली वितरण कंपनी ने बीते वर्ष करीब दस करोड़ रूपए प्रोत्साहन स्वरूप लौटाए है। यह राशि अगले बिल में स्पष्ट दर्शाई जाती है।मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर के प्रबंध निदेशक श्री अमित तोमर ने बताया कि कंपनी के सभी जिलों में आन लाइन, कैशलेंस तरीके से बिजली बिल भरने वालों को प्रोत्साहित किया जा रहा है।

नियामक आयोग के अनुसार निम्न दाब उपभोक्ताओं को हर बिल पर 5 से 20 रूपए एवं उच्चदाब उपभोक्ताओं को 100 से 1000 रूपए तक छूट प्रदान की जा रही है। श्री तोमर ने बताया कि वर्ष 2020 में कैशलेस तरीका अपनाकर बिजली बिलों का समय पर भुगतान करने वालों की संख्या 9 लाख से बढ़कर औसत 12 लाख हो गई है।

इन उपभोक्ताओं को वर्ष के दौरान कुल 10 करोड़ की छूट कैशलेस एवं उच्चदाब उपभोक्ताओं को समय पर राशि भरने पर अतिरिक्त छूट दी गई है। इसमें निम्नदाब उपभोक्ताओं को साढ़े छः करोड़ रूपए की छूट प्रदान की गई है। श्री तोमर ने बताया कि इंदौर शहर में चार लाख से ज्यादा उपभोक्ता कैशलेस तरीके से भुगतान कर रहे है। उज्जैन में 60 हजार एवं रतलाम, देवास में 40 से 45 हजार उपभोक्ता कैशलेस तरीके से बिजली बिल भरते है।

ये माध्यम उपयोगी
उपभोक्ता पेटीएम, फोन, पे, गुगल पे, एयरटेल मनी, सेमसंग पे, अमेजान, क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, एमपी आन लाइन से बिजली बिल भुगतान कर सकते है। बिल भुगतान पर वालेट सर्विस प्रोवाइडर एवं एमपी आनलाइन दोनों ही रसीद प्रदान करते है। ये रसीद बिजली कंपनी मान्य करती है।