इंदौर। पुलिस आयुक्त नगरीय इंदौर हरिनारायणचारी मिश्र ने इंदौर शहर में लोगों से छलकपट कर अवैध लाभ अर्जित करते हुये आर्थिक ठगी करने वाले अपराधियों पर प्रभावी कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं। उक्त निर्देशों के अनुक्रम में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) राजेश हिंगणकर के मार्गदर्शन में पुलिस उपायुक्त (क्राइम ब्रांच) निमिष अग्रवाल एवं अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (क्राइम ब्रांच) गुरू प्रसाद पाराशर द्वारा आर्थिक ठगी एवं सोशल मीडिया संबंधी अपराधो की रोकथाम हेतु क्राइम ब्रांच फ्रॉड इन्वेस्टिगेशन टीमों को लगाया गया है ।
इसी अनुक्रम में उपायुक्त अपराध शाखा कार्यालय में इंदौर के फरियादी के द्वारा अपने साथ ट्रांसपोर्ट मालिक बनकर माल कर्नाटक भेजने के नाम पर अज्ञात आरोपियों ने 4,15,763/– रूपये प्राप्त करके, मोबाइल बंद कर संपर्क तोड़ते हुए धोखाधड़ी करने की शिकायत की गई हुई थी। जिसकी जांच फ्रॉड इंन्वेस्टीगेशन सेल टीम द्वारा कराई गई ।
क्राइम ब्रांच द्वारा शिकायत में जॉच करते हुए पाया गया कि फरियादी जिसकी कंपनी का माल देश के विभिन्न राज्यों में ट्रांसपोर्ट होता है, “आगरा की हेलो गैंग” के आरोपी (1).हिमांशु गिरी पिता दशरथ निवासी कबीर कॉलोनी वाराणसी, (उ.प्र.) , (2).दुर्गेश कुमार उर्फ देव उर्फ नितिन ठाकुर पिता शेरपाल दुर्गा नगर, कुबेरपुर, आगरा (उ.प्र.) के द्वारा स्वयं को ऑल इंडिया कंटेनर सर्विस का मोटर मालिक बताकर फरियादी से कर्नाटक माल ट्रांसपोर्ट करने के नाम से ऑनलाइन एडवांस पेमेंट के रूप में 4,15,763/– रुपए प्राप्त करते हुए धोखाधड़ी की गई थी। उक्त दोनो आरोपियों के विरुद्ध क्राइम ब्रांच इंदौर पुलिस द्वारा अपराध धारा 419, 420, 109, 120b भादवी एवं 66d आईटी एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध करते गिरफ्तार किया गया।
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि आरोपी दुर्गेश व हिमांशु ने पहले कॉल सेंटर में जॉब की थी जहां से कॉलिंग करने का तरीका सीखा था। उसके बाद दोनो आरोपियों की मुलाकात जेल में हुई थी जहा से दोनो ने मिलकर योजना बनाते हुए आगरा की हेलो ठगी गैंग बनाई और आरोपियों के द्वारा स्टूडेंट्स व नए लोगो से परिचय कर स्वयं को एंटी करप्शन डिपार्टमेंट का अधिकारी बताते हुए प्रभाव जमाकर मित्रता बनाते थे और उनके बैंक खाते लेकर लोगो से धोखाधड़ी की प्राप्त राशि को जमा करवाकर उक्त राशि को नगद व ग्राहक सेवा केंद्र के माध्यम से आहरित करवाते थे।
उक्त हेलो गैंग देश के विभिन्न राज्यों के ट्रांसपोर्ट एवं व्यापारियों व लोगो से Justdial, vahak App व अन्य माध्यमों से जिन्हे समान ट्रांसपोर्ट करवाना है से संपर्क करती है और गाड़ी मालिक को एजेंट बताकर गाड़ी के ट्रांसपोर्ट संबंधी दस्तावेज प्राप्त कर उक्त दस्तावेज को ठगी के लिए उपयोग करते थे। एजेंट व माल से संबंधित व्यापारी को भेजकर की आपको माल उक्त ट्रांसपोर्ट के माध्यम से भेजेंगे, फरयादी के पास ट्रक पहुंचाते हुए झूठे विश्वास में लेकर एडवांस पेमेंट ऑनलाइन अन्य व्यक्ति के खाते में डलवाकर प्राप्त करने के बाद व्यापारी व ट्रक मालिक दोनो से सम्पर्क तोड़ते हुए ऑनलाइन ठगी करते थे। हेलो गैंग ने अभी तक देश के विभिन्न राज्यों के सैकड़ों लोगो से करोड़ो रुपए प्राप्त कर इसी तरह ऑनलाइन ठगी करना स्वीकार किया हैं ।
आदतन आरोपी दुर्गेश के विरुद्ध धोखाधडी के थाना ताजगंज, थाना जेतपुर जिला आगरा एवं थाना लंका जिला वाराणसी एवं आरोपी हिमांशु के विरुद्ध 02 प्रकरण पहले से है पंजीबद्ध।
क्राइम ब्रांच इंदौर के द्वारा हेलो गैंग आरोपियों के कब्जे से दूसरे के नाम की इश्यू कई मोबाइल सिमकार्ड, व बैंक डेबिट कार्ड बरामद कर, आरोपियों के विरुद्ध धोखाधडी का अपराध पंजीबद्ध कर, विवेचना की जा रही है जिसके आधार प्रकरण में अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।