IMD Alert: अगले 24 घंटे में इन जिलों में होगी भारी बारिश, चक्रवात सीतरंग का दिखेगा प्रभाव

rohit_kanude
Published on:

देश में दीवाली के अवसर पर रात निम्न दाब के डिप्रेशन में बदलते ही ये चक्रवात में तब्दील होते ही बांग्लादेश पर इसका भारी असर देखने को मिला। मौसम विभाग के मुताबिक कई राज्यों में तेज हवाएं शुरू हो गई है। दरअसल झारखंड सहित उड़ीसा और पूर्वी राज्य में काफी असर देखने को मिल रहा है। वही मौसम पूर्वानुमान की माने तो झारखंड के अलावा उड़ीसा असम मेघालय मणिपुर सहित उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में इसका भारी असर देखने को मिलेगा।

इन राज्यों में अलर्ट जारी 

इससे पहले राजधानी दिल्ली में आसमान में बादल छाए रहेंगे। तेज हवा चलेगी उत्तर भारत की तरफ से आ रही नमी के कारण मौसम में ठंडक देखने को मिलेगी। अगले 24 घंटे में 12 राज्यों में बारिश का अलर्ट जारी कर दिया गया है। अरुणाचल प्रदेश के अलावा पूर्वोत्तर असम असम मेघालय नागालैंड सहित झारखंड उड़ीसा और आंध्र में हल्की मध्यम बारिश की चेतावनी जारी की है। साथ ही पश्चिम और मध्य भारत के अधिकांश हिस्से में मौसम शुष्क रहने की संभावना जताई गई है।

यहां चली ठंडी हवाएं 

राजधानी दिल्ली की बात करें तो एनसीआर में तेज ठंडी हवाएं चल रही है। ठंड के इजाफे को लेकर आईएमडी ने पूर्वानुमान जारी किया है। एनसीआर में तापमान में गिरावट की वजह से ठंड पड़ रही है। इसके अलावा न्यूनतम तापमान में गिरावट का सिलसिला भी जारी है। मंगलवार को न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है।

हल्की धुंध भी मिली देखने को 

तापमान में अभी और गिरावट होने की संभावना जताई गई है। मंगलवार सुबह से ही 10 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल रही है। दिल्ली एनसीआर के कुछ इलाकों में सुबह और शाम कोहरे की दस्तक देखने को मिल रही है। यूपी के हापुर और हरियाणा के सोनीपत पलवल और रेवाड़ी में सुबह ठंड से लोगों की कपकपी बढ़ती नजर आ रही है। हल्की धुंध भी देखने को मिल रही है। इस सीजन में सबसे ठंडी सुबह दिल्ली की मंगलवार की सुबह रिकॉर्ड की गई है।

इन राज्यों में बर्फबारी

से ठंड के अधिक होने की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग का मानना है कि समय से पूर्व बर्फबारी का सीधा सीधा असर देश के अन्य राज्यों पर पड़ेगा। वही क्षेत्रों से दक्षिण की तरफ बढ़ रही हवा के कारण मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ में भी मौसम बदला हुआ है। दरअसल लगातार तापमान में गिरावट रिकॉर्ड की जा रही है।

राजस्थान- सर्दी का दौर शुरू

जबकि हरियाणा पंजाब राजस्थान और गुजरात में भी मौसम बदल गया है। हिमालय और जम्मू कश्मीर के पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का असर राजस्थान के तापमान पर दिख रहा है। सर्दी का दौर शुरू हो गया। गुलाबी सर्दी का अहसास होने लगा है। 2 दिन से तापमान के गिरने का सिलसिला जारी है। मध्यम दर्जे की बारिश होने की चेतावनी जारी की गई है। बारिश होने के कारण सर जी की और अधिक बढ़ने की संभावना जताई गई है। शेखावाटी अंचल में सर्दी को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। बर्फबारी का ज्यादा असर इसी क्षेत्र पर देखने को मिल रहा है। एक-दो दिन में सर्दी बढ़ने के आसार जताए गए हैं जबकि न्यूनतम तापमान के 12 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना भी जताई गई है। राजधानी जयपुर में न्यूनतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है।

उत्तराखंड में पश्चिमी विक्षोभ कमजोर

उत्तराखंड में पश्चिमी विक्षोभ कमजोर पड़ गया। जिसके कारण मौसम में बदलाव की उम्मीद नहीं है। प्रदेश में मौसम शुष्क बना हुआ है। सुबह शाम के ठंड में बढ़ोतरी हो रही है। अलाव के सहारे लेने शुरू हो गए हैं। वहीं देहरादून में मौसम साफ बना हुआ है।

इन क्षेत्रों में बारिश

चक्रवाती तूफान सितरंग के अवशेष के कारण व्यापक बारिश और गरज के साथ स्थानीय स्तर पर भारी गिरावट, अरुणाचल प्रदेश, असम और आसपास के मेघालय को प्रभावित कर सकती है। सिक्किम, पश्चिम बंगाल और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह पर छिटपुट बौछारें और गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना है।

सुदूर उत्तरी सिक्किम में बर्फबारी की संभावना है। उत्तरी अरुणाचल प्रदेश में बर्फबारी की संभावना है। मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में व्यापक बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने का अनुमान है, झारखण्ड, बिहार, केरल और तमिलनाडु में छिटपुट बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ रहे हैं।दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता बहुत खराब और मध्य, पूर्वी और पश्चिमी भारत में खराब रहेगी।

पूर्वी राज्य में बारिश का सिलसिला शुरु

पूर्वी राज्य में बारिश का सिलसिला शुरु रहेगा। दरअसल चक्रवात सी तरंग का सबसे अधिक असर पूर्वी राज्यों पर पड़ेगा। मौसम विभाग ने आने वाले मणिपुर नगालैंड सहित अन्य राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी कर दी है। चक्रवात के बांग्लादेश की तरफ बढ़ने के कारण मृतकों की संख्या बढ़कर 10 हो गई है। वहीं 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने के संकेत दिए गए हैं।