पंचतत्व में विलीन हुए बर्फानी दादाजी, 12 आश्रमों के व्यवस्थापक महामंडेलेश्वरों ने दी मुखाग्नि

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इंदौर । मेहंतीपुर बालाजी (जयपुर) स्थित आश्रम में बर्फानी दादाजी का अंतिम संस्कार देश के विभिन्न क्षेत्रों से आए श्रद्धालुओं और संत समाज की उपस्थित में किया गया।देश में उनके द्वारा स्थापित 12 आश्रमों के व्यवस्थापक महामंडेलेश्वरों ने दादाजी को मुखाग्निदी।

इंदौर आश्रम के महामंडलेश्वर भरतदास बर्फानी ने फोन पर चर्चा में बताया दादाजी ने सभी आश्रमों के संचालन की व्यवस्था अलग-अलग शिष्यों को सौंप रखी थी इसलिए सभी 12 शिष्यों द्वारा संत समाज की उपस्थिति में मुखाग्नि दी गई। दादाजी की अस्थियां पवित्र नदियों में विसर्जित करने के साथ ही सभी आश्रमों में समाधि बनाने के लिए ले जाएंगे।

दादाजी चतु: संप्रदाय के अध्यक्ष थे इसलिए उनकी गद्दी के उत्तरधिकारी का निर्णय अगले वर्ष हरिद्वार में आयोजित कुंभ में संत समाज की उपस्थिति में लिया जाएगा। यह भी जरूरी नहीं कि अभी आश्रमों की व्यवस्था देख रहे शिष्यों में से किसी को अध्यक्ष बनाया जाए, योग्यता के आधार पर अन्य किसी संत को भी चतु: संप्रदाय का अध्यक्ष बनाया जा सकता है। दादाजी का अस्थि कलश मालवीय नगर स्थित बर्फानीधाम पर भी लाया जाएगा, शिष्य-श्रद्धालुओं के दर्शन और पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद समाधि बनाई जाएगी। आश्रम के सेवक पुरुषोत्तम यादव ने बताया दिगंबर अखाड़े के श्रीमहंत राम किशन दास जी अध्यक्षता में मेहंदीपुर बालाजी स्थित आश्रम हुई श्रद्धांजलि सभा में संत समाज ने पुष्पांजलि अर्पित की।दादाजी के शोककर्म से जुड़ी सभी विधियां विशाल भंडारे के साथ इसी आश्रम पर सम्पन्न होंगी।