बिग बास्केट के आज के समय में सबसे ज्यादा यूज़र्स है हर कोई बिग बास्केट से शॉपिंग करना प्रिफर करता है। लेकिन इस समय बिग बास्केट से लगभग 2 करोड़ यूज़र्स का डेटा लीक हो गया है। जी हां डेटा लीक होने का मामला पिछले काफी समय से जोरों पर है। ये एक कॉमन टर्म बन चुका है। डेटा लीक होना काफी ज्यादा खतरनाक होता है। इसका सीधा असर यूज़र्स पर पड़ता है लेकिन यूज़र्स जल्दी इसका असर नहीं दिखता है।
दरअसल, चीनी कंपनी अलीबाबा बैक्ड बंगलुरू की कंपनी बिग बास्केट से भी संवेदनशील डेटा लीक हो गया है। जिसमें नाम, फ़ोन नंबर, ऐड्रेस, लोकेशन और यूज़र आईडी शामिल है। इससे पहले ही बड़ी कंपनी Unacademy और Dr Reddy’s का डेटा लीक हुआ था। जिसकी खबरे सुर्ख़ियों में थी। हालांकि यूज़र्स को इस डेटा लीक के बाद कंपनियों की तरफ़ से क्या मिला? कौन इसका जिम्मेदार है? क्या बिग बास्केट का डेटा डार्क वेब में बेचा जा रहा है। डार्क वेब में ये डेटा क्यों बिक रहा है? कौन उसको खरीद रहा है? तो चलिए जानते हैं इन सभी सवालों के बारे में –
डेटा लीक से यूज़र्स नुक़सान –
अगर आप बिग बास्केट के यूज़र्स हैं तो आपका नुक़सान होगा। दरअसल, ये नुक़सान कई तरह से हो सकता है। जल्दी ही इसका असर देखने को न मिले। लेकिन लॉन्ग टर्म इफ़ेक्ट काफ़ी गंभीर है। क्योंकि इसमें हैक हुए डाटा में नाम है, लोकेशन है, ऐड्रेस है, फ़ोन नंबर है और इस आधार पर हैकर्स के लिए कई चीज मुमकिन है। इन सबके साथ आपको कई तरीक़े का नुक़सान पहुंचाया जा सकता है। फ्रॉड किया जा सकता है। सोशल मीडिया अकाउंट में सेंध लगा सकते हैं। साथ ही और भी इसके अनुसार किया जा सकता है।
ज़िम्मेदार कौन?
बता दे, आमतौर पर भारतीय यूज़र्स और भारतीय कंपनी का डेटा लीक होता है। लेकिन ये कंपनियां पल्ला झाड़ लेती है। हालांकि बिग बास्केट ने भी एफआईआर दर्ज करवा दी है। लेकिन ये साफ़ नहीं है कि डेटा लीक कैसे हुआ है। क्योंकि इसमें करीब 2 करोड़ यूज़र्स का डेटा लीक हुआ है। क्या Big Basket का यूजर डेटाबेस सिक्योर नहीं था। या फिर हैकर्स ने जानबूझ कर BigBasket को टार्गेट किया है। जानकारी के मुताबिक, डार्क वेब मॉनिटरिंग के दौरान बिग बास्केट का डेटा बिकते हुए पाया गया. ये लीक्ड डेटा 15GB का और इसमें यूजर्स की संवेदनशील जानकारियां हैं।