Indore: 4 साल के लम्बे अंतराल के बाद तथा 2 साल की कोविड की पाबंदियो के बाद एग्रीकल्चर कालेज इंदौर में प्रदेश के समस्त कृषि कालेजो के वर्तमान एवं भूतपूर्व विद्यार्थी एक दुसरे से गले मिलने, पुरानी यादे ताजा करने के लिए तैयार है. यह जानकारी देते हुए एग्री अंकुरण वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राधे जाट ने कहा की ये हमारा तीसरा मेगा इवेंट है. हमने आखरी कार्यक्रम 2018 में किया था उसके बाद 2020 में करना चाहते थे मगर कोविड की परिस्थितियों की वजह से 2 साल और इंतज़ार करना पड़ गया.
इस दौरान हम हर जगह एक्टिव रहे, हमारे संगठन ने लॉक डाउन के दौरान विषम परिस्थितियों में ओक्सीजन कन्संत्रेटर की आपूर्ति की, कृषि स्नातको की भर्ती में घोटाले को उजागर करके कृषि स्नातको के साथ अन्याय नहीं होने दिया. हमारे प्रयासों से 500 करोड़ रु. की लागत से मालवा-निमाड़ क्षेत्र का पहला राज्य कृषि विश्वविद्यालय इंदौर शहर में आ रहा है.
कार्यक्रम के प्रवक्ता रणजीत रघुनाथ ने बताया की अंकुरण- 2022 कार्यक्रम में देश भर से कृषि स्नातको ने आने की मंजूरी दे दी है. कार्यक्रम में कृषि मंत्री मा. कमल पटेल, कृषि संचालक प्रीति मैथिल एवं अति पुलिस उपायुक्त अमरेन्द्र सिंह जी मौजूद रहेंगे. कार्यक्रम में 1000 से भी अधिक कृषि स्नातक रहेंगे. कार्यक्रम में सभी बेच के स्टूडेंट्स एक दुसरे को अपना परिचय देंगे.
एग्री अंकुरण संस्था के संयुक्त सचिव नीरज राठौर ने बताया की कार्यक्रम की सबसे बड़ी खासियत है ये सिर्फ भूतपूर्व छात्रो का ही कार्यक्रम नहीं है, इसमें वर्तमान स्टूडेंट्स भी भाग ले रहे है यानी दोनों का काम्बीनेशन. ऐसा बहुत ही कम जगह देखने को मिलता है. कार्यक्रम में प्रदेश के दोनों कृषि विश्वविद्यालयो के 15 से भी अधिक एग्रीकल्चर कालेजो के स्टूडेंट्स के आने से ये अभी तक का सबसे बड़ा नेटवर्किंग इवेंट होगा.