इंदौर: इंदौर के खाते में एक और बड़ी उपलब्धि दर्ज हो गई है. आज यानी 29 मार्च को रामनाथ कोविंद ने दिल्ली के विज्ञानं भवन में इंदौर (Indore) को राष्ट्रिय जल पुरस्कार से सम्मानित किया. बता दें कि, पश्चिम जोन में इंदौर तीसरे राष्ट्रिय जल पुरस्कार के लिए सर्वश्रेठ रहा है. वहीं इस दौरान, जल ग्रहण प्रबंधन का प्रथम पुरस्कार सांसद शंकर लालवानी और मनीष सिंह को दिया गया है.
इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह का 2 साल का कार्यकाल पूरा –
आज इंदौर के कलेक्टर मनीष सिंह (Indore collector Manish Singh) के कार्यकाल के 2 साल पूरे हो गए है। इन 2 सालों में उन्होंने इंदौर के लिए बहुत कुछ किया और इंदौर को प्रगति की राह दी है। कलेक्टर मनीष सिंह का सपना है कि वो इंदौर (Indore) को और आगे बढ़ाए। इन 2 सालों में कलेक्टर ने सुर्खियों के साथ साथ लोगो का दिल भी जीता है। इसी कड़ी में अब इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह (Indore collector Manish Singh) ने मीडिया से बात करते हुए दिल छू देने वाली बात कही। उन्होंने कहा कि इंदौर में स्वच्छता में देश विदेश में जो नाम कमाया है उसे देखते हुए पिछले चार-पांच वर्षों में बड़ी-बड़ी कंपनियां इंदौर की ओर आकर्षित हुई हैं।
कलेक्टर मनीष सिंह (Indore collector Manish Singh) ने इंदौर के फ्यूचर पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आने वाले समय में इंदौर में आईटी सेक्टर मैन्युफैक्चरिंग, फार्मा ऑटोमोबाइल्स की काफी संभावनाएं हैं। आईटी की बड़ी-बड़ी कंपनियां इंदौर में ऑफिस खोल रही हैं। अब हमें इंदौर की एयर क्वालिटी इंडेक्स को ठीक करने की जरूरत है क्योंकि हमने जमीन साफ कर ली, वाटर प्लस के माध्यम से हमने जल साफ कर लिया। अब हवा को स्वच्छ करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि इंदौर शहर में ट्रांसपोर्टेशन बहुत ही जरूरी है। अभी हम 3- 4 सौ सिटी बसों की संख्या बढ़ा रहे हैं। जल्द ही लगभग एक हजार सिटी बसें शहर में चलने लगेंगी लेकिन आवश्यकता लगभग 2 हजार बसों की है।