मंबई। मनी लॉन्ड्रिंग मामले (money laundering case) में महाराष्ट्र (Maharastra) सरकार में मंत्री नवाब मलिक पर मुसीबतों का पहाड़ टूट गया है। आपको बता दें कि, आज सोमवार को मुंबई की विशेष पीएमएलए कोर्ट ने नवाब मलिक को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। उल्लेखनीय है कि, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता को प्रवर्तन निदेशालय ने बीते माह यानि 23 फरवरी को गिरफ्तार किया था। बताया जा रहा था कि, नवाब मालिक अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले (Money Laundering Case) से जुड़े है। जिसकी तर्ज पर ही नवाब मालिक को गिरफ्तार किया गया था।
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गिरफ्तारी के बाद से ही लगातार मालिक की मुसीबतें बढ़ती जा रही है। आपको बता दें कि, गिरफ्तारी के बाद पीएमएलए कोर्ट ने राकंपा नेता की ईडी हिरासत को बढ़ाकर 7 मार्च तक कर दिया था। इस सुनवाई के दौरान ईडी ने माना था कि उसकी पिछली रिमांड याचिका में गलती थी। बता दें कि, पिछली याचिका में आरोप लगाया गया था कि नवाब मलिक ने इब्राहिम की बहन दिवंगत हसीना पारकर को 55 लाख रुपये का भुगतान किया था। मुंबई की ED ने मालिक से लगभग पांच घंटे तक चली पूछताछ की थी। जिसके बाद 23 फरवरी को गिरफ्तार किया गया।
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देसाई ने कहा कि, ‘आप (ईडी) उन्हें गिरफ्तार करने में जल्दबाजी न करें। अपना दिमाग लगाओ … अपना होमवर्क करो।’ साथ ही आज नवाब मलिक की रिमांड को छह दिन बढ़ाते हुए ईडी ने कहा कि, अदालत ने शुरुआत में ईडी को तीन मार्च तक के लिए मंत्री की हिरासत दी थी, लेकिन उन्हें 25 से 28 फरवरी के बीच इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था और इस अवधि के दौरान उनसे पूछताछ नहीं की जा सकती थी।