सीएम हेल्प लाइन के प्रकरणों में व्यापक कमी, इस वर्ष शिकायतें ढाई हजार से भी कम

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इंदौर। किसानों की मदद के लिए सघन प्रयास, ट्रांसफार्मर की गुणवत्ता एवं आपूर्ति की सघन मानिटरिंग की वजह से पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी क्षेत्र की शिकायतों की संख्या सतत कम हो रही है। सीएम हेल्प लाइन में बिजली वितरण को लेकर जहां पूर्व वर्षो में रबी सीजन के दौरान औसत साढ़े चार से पांच हजार शिकायतें होती थी, वहीं इस वर्ष यहां संख्या ढाई हजार से भी कम है।
मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के मुख्य महाप्रबंधक संतोष टैगोर ने बताया कि प्रबंध निदेशक अमित तोमर सीएम हेल्प लाइन के प्रकरणों की गंभीरता से मानिटरिंग कर रहे है। इसीलिए सभी जिलों के इंजीनियरो के बिजली उपभोक्ताओं व विशेषकर किसानों की मदद तत्परता से करने के निर्देश दिए गए है। मालवा और निमाड़ में कंपनी के पचपन लाख उपभोक्ता है। सीएम हेल्प लाइन में इस वर्ष नवंबर में रबी सीजन होने के बाद भी औसत ढ़ाई हजार या कम शिकायतें पहुंच रही है। टैगोर ने बताया कि एल 1 से लेकर एल 4 तक के प्रकरणों पर प्रतिदिन संज्ञान लिया जा रहा है, उपभोक्ताओं की हर संभव मदद की जा रही है। टैगोर ने बताया कि 25 नवंबर की स्थिति में 15 जिलों की कुल शिकायतें 2230 रही। इनमें इंदौर जिले में 342, खंडवा 350, देवास, 433, धार 112, रतलाम 67 शिकायतें रही। इन शिकायतों में और कमी के लिए सघन प्रयास किए जा रहे है। सीएम हेल्प लाइन पर पहुंचे वाली शिकायतों के त्वरित समाधान के लिए हर जिले मे नोडल अधिकारी तैनात है।