Computer Mouse Technology : कंप्यूटर का सबसे आम और महत्वपूर्ण इनपुट डिवाइस है माउस। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि यह छोटा सा डिवाइस कैसे इतनी सटीकता से हमारे कंप्यूटर को नियंत्रित करता है? आइए जानते हैं माउस की अंदरूनी कहानी और उन तकनीकों के बारे में जो इसे इतना कारगर बनाती हैं।
माउस की कार्यप्रणाली बेहद सरल है। जब आप माउस को किसी सतह पर घुमाते हैं, तो इसके अंदर मौजूद एक सेंसर उस सतह की गति और दिशा को ट्रैक करता है। यह डेटा फिर कंप्यूटर को भेजा जाता है, जो इसे स्क्रीन पर कर्सर की गति में बदल देता है।
माउस के विभिन्न प्रकार
ऑप्टिकल माउस: यह सबसे आम प्रकार का माउस है। इसमें एक LED लाइट होती है जो सतह पर चमकती है और सेंसर उस प्रतिबिंब को पढ़ता है।
लेजर माउस: लेजर माउस ऑप्टिकल माउस से अधिक सटीक होते हैं। वे चिकनी और पारदर्शी सतहों पर भी अच्छी तरह काम करते हैं।
ट्रैकबॉल माउस: इस प्रकार के माउस में एक गेंद होती है जिसे आप उंगली से घुमाते हैं। सेंसर इस गेंद की गति को ट्रैक करता है।
माउस की प्रमुख विशेषताएं
DPI (Dots Per Inch): DPI माउस की संवेदनशीलता को दर्शाता है। अधिक DPI का मतलब है कि कर्सर को कम दूरी घुमाने पर अधिक दूरी तय करेगा।
बटन: अधिकांश माउस में दो मुख्य बटन होते हैं, लेकिन कुछ में अतिरिक्त बटन भी होते हैं जिनका उपयोग विभिन्न कार्यों के लिए किया जा सकता है।
एर्गोनॉमिक डिज़ाइन: कुछ माउस ऐसे डिज़ाइन किए जाते हैं जो लंबे समय तक उपयोग करने पर हाथों में दर्द नहीं करते हैं।
माउस की तकनीक
आजकल, माउस में कई तरह के नए फीचर जोड़े जा रहे हैं जैसे कि वायरलेस कनेक्टिविटी, बैटरी, और प्रोग्रामेबल बटन। कुछ माउस में RGB लाइटिंग भी होती है जो आपके कंप्यूटर सेटअप को और अधिक आकर्षक बनाती है।