पैन कार्ड पर लिखे 10 अंकों का क्या होता है मतलब? जानें यहां

pallavi_sharma
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पैन कार्ड में जो नंबर लिखा हुआ होता है वो कोई नार्मल नंबर नहीं होता बल्कि इन 10 नंबरों में पैन से जुड़ी कई तरह की जानकारियां शामिल होती हैं. पैन कार्ड जारी करने वाला इनकम टैक्स विभाग पैन नंबर देने के लिए एक खास प्रोसेस अपनाता है.आधार कार्ड और पेन कार्ड किसी भी व्यक्ति के लिए सबसे जरूरी डाक्यूमेंट्स में से एक हैं. नौकरी से लेकर बैंक तक, पोस्ट ऑफिस से लेकर एजुकेशन तक,सभी स्थानों पर पैन कार्ड काम आता है. इसे आपका परमानेंट अकाउंट नम्बर भी कहते हैं. पैन कार्ड की बात करें तो किसी भी व्यक्ति का दो बार पैन नहीं बनाया जा सकता. दरअसल पैन कार्ड  में पड़ने वाला नंबर एक ही हो सकता है, उसे बदला नहीं जा सकता. ये तो हम सभी जानते हैं कि पैन कार्ड में 10 नंबर का होता है, जिसमें अंग्रेजी वर्णमाला के अक्षर और डिजिट होते हैं. पैन कार्ड की मदद से आप किसी भी व्यक्ति की बहुत सारी जानकारी ले सकते हैं. तो चलिए जानते हैं पैन कार्ड में लिखे 10 नंबरों का मतलब क्या होता है और पैन कार्ड के जरिए किस तरह की जानकारी मिल सकती है.

पैन कार्ड में जो नंबर लिखा हुआ होता है वो कोई नार्मल नंबर नहीं होता बल्कि इन 10 नंबरों में पैन से जुड़ी कई तरह की जानकारियां शामिल होती हैं. पैन कार्ड जारी करने वाला इनकम टैक्स विभाग पैन नंबर देने के लिए एक खास प्रोसेस अपनाता है. जिसके तहत आपको 10 अंक वाला नंबर दिया जाता है. इन 10 डिजिट वाले पैन में अल्फाबेट और नंबर्स का मिश्रण होता है. पैन कार्ड के पहले 5 कैरेक्टर हमेशा अक्षर होते हैं वहीं अगले चार कैरेक्टर नंबर होते हैं और आखिर में फिर वापस एक अक्षर आता है

अगर आपने कभी अपने पैन कार्ड को ध्यान से देखा हो तो आपको पता होगा कि पैन कार्ड के पहले तीन कैरेक्टर अल्फाबेटिकल सीरीज में होते हैं. पैन कार्ड का चौथा अल्फाबेट बताता है कि आप इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की नजर में क्या हैं. अगर आप इंडिविजुअल हैं तो आपके पैन कार्ड का चौथा अल्फाबेट P होगा. तो चलिए आपको बताते हैं पैन कार्ड के किस कैरेक्टर के पीछे छिपा है कौन सा मतलब.

Aadhaar Card और PAN Card किसी भी व्यक्ति के लिए सबसे जरूरी डाक्यूमेंट्स में से एक हैं. नौकरी से लेकर बैंक तक, पोस्ट ऑफिस से लेकर एजुकेशन तक, सभी स्थानों पर पैन कार्ड काम आता है. इसे आपका Permanent Account Number भी कहते हैं. पैन कार्ड की बात करें तो किसी भी व्यक्ति का दो बार पैन नहीं बनाया जा सकता. दरअसल पैन कार्ड में पड़ने वाला नंबर एक ही हो सकता है, उसे बदला नहीं जा सकता. ये तो हम सभी जानते हैं कि पैन कार्ड में 10 नंबर का होता है, जिसमें अंग्रेजी वर्णमाला के अक्षर और डिजिट होते हैं. पैन कार्ड की मदद से आप किसी भी व्यक्ति की बहुत सारी जानकारी ले सकते हैं. तो चलिए जानते हैं पैन कार्ड में लिखे 10 नंबरों का मतलब क्या होता है और पैन कार्ड के जरिए किस तरह की जानकारी मिल सकती है.
पैन कार्ड में होते हैं 10 अंक पैन कार्ड में जो नंबर लिखा हुआ होता है वो कोई नार्मल नंबर नहीं होता बल्कि इन 10 नंबरों में पैन से जुड़ी कई तरह की जानकारियां शामिल होती हैं. पैन कार्ड जारी करने वाला इनकम टैक्स विभाग पैन नंबर देने के लिए एक खास प्रोसेस अपनाता है. जिसके तहत आपको 10 अंक वाला नंबर दिया जाता है. इन 10 डिजिट वाले पैन में अल्फाबेट और नंबर्स का मिश्रण होता है. पैन कार्ड के पहले 5 कैरेक्टर हमेशा अक्षर होते हैं वहीं अगले चार कैरेक्टर नंबर होते हैं और आखिर में फिर वापस एक अक्षर आता है.

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अगर आपने कभी अपने पैन कार्ड को ध्यान से देखा हो तो आपको पता होगा कि पैन कार्ड के पहले तीन कैरेक्टर अल्फाबेटिकल सीरीज में होते हैं. पैन कार्ड का चौथा अल्फाबेट बताता है कि आप इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की नजर में क्या हैं. अगर आप इंडिविजुअल हैं तो आपके पैन कार्ड का चौथा अल्फाबेट P होगा. तो चलिए आपको बताते हैं पैन कार्ड के किस कैरेक्टर के पीछे छिपा है कौन सा मतलब.

पैन कार्ड में इन अक्षरों का ये है मतलब

P- किसी व्यक्ति का नाम को दर्शाता है.
H- धर्म को प्रदर्शित करता है.
A- व्यक्ति के ग्रुप के बारे में बताता है.
B- कार्ड होल्डर के निकाय की जानकारी देता है.
G- गवर्मेंट एजेंसी.
L- लोकल अथॉरिटी .
F- का मतलब है फर्म.
T- का मतलब है ट्रस्ट