विदेश में ऑक्सीजन एक्सपोर्ट करना मोदी सरकार की थी गलती? आज देश में बढ़ी किल्लत!

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देशभर में जहां एक तरफ कोरोना कहा कहर तेज हो रहा है. वहीं दूसरी ओर पुरे देश में ऑक्सीजन की किल्लत हो रही है. इसी बीच एक जानकारी सामने आई है जिसे सुनकर आप हैरान हो जाएंगे. दरअसल, मोदी सरकार ने वित्त वर्ष 2020-21 की तीन तिमाहियों में लगभग 9,294 मीट्रिक टन ऑक्सीजन एक्सपोर्ट कर दी.

यह बात मनी कंट्रोल की एक रिपोर्ट द्वारा सामने आई है जिसे सुभयन चक्रवर्ती ने लिखा है. बता दें कि एक्सपोर्ट की जाने वाली ऑक्सीजन लिक्विड फॉर्म में होती है. यह वही ऑक्सीजन है जिसके लिया देशभर में हंगामा मचा हुआ है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बीते साल अप्रैल से नया वित्त वर्ष शुरू हुआ था और तब से ही कोरोना बीमारी देश में तहलका मचा रही है. यह सब जानकारी होने के बाद भी 9,294 मीट्रिक टन (एमटी) ऑक्सीजन को निर्यात होने दिया गया.

वहीं कुछ दिन पहले मोदी सरकार ने यह निर्णय लिया है कि अब विदेश से 50,000 मीट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन आयात की जाए, इसके लिए निविदा जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई हैं. इस बीच सरकार ने लगातार दावा कर रही है कि देश में पर्याप्त ऑक्सीजन उत्पादन क्षमता है. मनी कंट्रोल की इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि जो ऑक्सीजन भारत से निर्यात हुई है उसे बांग्लादेश ने खरीदा है, फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह लिंडे कंपनी ढाका और चटगांव जैसे बड़े शहरों में 90 प्रतिशत मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति करती है.