बिलासपुर हाईकोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी से मचा हड़कंप, परिसर को कराया खाली, सुरक्षा एजेंसियां सतर्क

छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट को बम विस्फोट की धमकी मिलने के बाद सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गईं और परिसर को खाली कराकर सघन तलाशी अभियान चलाया गया। 'मद्रास टाइगर्स फॉर अजमल कसाब' के नाम से भेजे गए ईमेल में आईईडी बम लगाने का दावा किया गया था।

Abhishek Singh
Published:

बिलासपुर हाईकोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद सुरक्षा एजेंसियां और पुलिस सतर्क हो गई हैं। यह धमकी भरा ईमेल हाईकोर्ट की आधिकारिक वेबसाइट पर भेजा गया, जिसमें कोर्ट परिसर को उड़ाने की बात कही गई थी। मामले में पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सुरक्षा के लिहाज से हाईकोर्ट परिसर को खाली कराकर सघन तलाशी ली गई, हालांकि कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली।

आईईडी बम होने का दावा

धमकी की सूचना मिलते ही पूरे क्षेत्र में अचानक हड़कंप मच गया और अफरा-तफरी का माहौल बन गया। एक ईमेल संदेश ने सबको चौंका दिया, जिसमें दावा किया गया था कि न्यायालय परिसर में अमोनियम सल्फेट आधारित आईईडी विस्फोटक स्थापित किया गया है। यह ईमेल ‘मद्रास टाइगर्स फॉर अजमल कसाब’ नामक एक संगठन की ओर से भेजा गया बताया जा रहा है। सूचना मिलते ही पुलिस, खुफिया एजेंसियां, बम निरोधक दस्ते और डॉग स्क्वॉड तुरंत हरकत में आ गए। धमकी से जुड़ा यह संदेश छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट की आधिकारिक वेबसाइट पर नोटिस बोर्ड में प्रदर्शित हुआ। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने तत्काल कोर्ट परिसर को खाली करवाया और न्यायाधीशों, अधिवक्ताओं व कर्मचारियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।

ईमेल के जरिए भेजी धमकी

गर्मियों की छुट्टियों के बाद सोमवार को छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में कामकाज फिर से शुरू हुआ। कोर्ट परिसर में न्यायाधीशों के साथ-साथ वकील और पक्षकार भी मौजूद थे। इसी बीच दोपहर बाद हाईकोर्ट की वेबसाइट पर एक ईमेल के जरिए धमकी भरा संदेश प्राप्त हुआ, जिसमें परिसर में बम लगाने और उसे उड़ाने की बात कही गई थी। यह संदेश देखते ही हाईकोर्ट के प्रोटोकॉल अफसर ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस अधिकारियों को दी, जिसके बाद सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गईं।

ईमेल में संवेदनशील मुद्दों का उल्लेख

ईमेल आईडी abdul abdia@outlook.com से भेजे गए संदेश में कई संवेदनशील मुद्दों का जिक्र किया गया था। इसमें अजमल कसाब को दी गई फांसी और कुछ लोगों की गिरफ्तारी जैसी घटनाओं का हवाला देते हुए इस कार्रवाई को “पवित्र मिशन” बताया गया। मेल में यह भी दावा किया गया कि कोर्ट परिसर में अमोनियम सल्फर से बना आईईडी बम लगाया गया है। धमकी को गंभीरता से लेते हुए परिसर को एहतियातन खाली कराया गया और सुरक्षा एजेंसियों ने तत्काल जांच अभियान शुरू किया।

अब तक कोई विस्फोटक बरामद नहीं

इस संबंध में बिलासपुर के एसएसपी रजनेश सिंह ने जानकारी दी कि धमकी भरा ईमेल प्राप्त होने के बाद पुलिस पूरी तरह सतर्क हो गई है। अब तक की जांच में कोई विस्फोटक सामग्री बरामद नहीं हुई है। मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए जांच प्रक्रिया जारी है।